जैन सोश्यल ग्रुप उमंग का तीसरें वर्ष में प्रवेश
उदयपुर। जैन सोश्यल ग्रुप उमंग का योग सेवा समिति परिसर में कल दूसरा स्थापना दिवस धूमधाम से मनाकर तीसरें वर्ष में प्रवेश कर गया। इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए।
मुख्य अतिथि वाणिज्य कर विभाग के उपायुक्त जयन्तीलाल जैन, विशिष्ठ अतिथि जैन सोश्यल ग्रुप मेन के अध्यक्ष ओ. पी.चपलोत थे जबकि अध्यक्षता समाजसेवी किरणमल सावनसुखा ने की। मुख्य अतिथि जैन ने कहा कि प्रतिदिन 30 ग्राम पशु आहार में काम आने वाली अलसी नामक सामग्री का सेवन करने से मनुष्य 80 प्रतिशत तनाव से मुक्ति पा सकते है लेकिन ह्दय रोगी इसका सेवन चिकित्सक से सलाह कर करें क्योंकि इसमें फैट होता है। मनुष्य प्रतिदिन शनै: शनै: आत्महत्या कर रहा है लेकिन उससे दूर होने का प्रयास कभी नहीं किया। मनुष्य ओमेग्रा की कमी से अनेक व्याधियों से गिरा रहता है इस कमी को पूरा करने का प्रयास किया जाना चाहिये।
समारोह में पन्ना कारिया ने ‘जो सुख मिलता राम भजन में,वो सुख नहीं अमीरी में’, ममता वर्डिया ने ‘प्रेम से बस दो घड़ी महावीर का ध्यान कीजिए’,विजयलक्ष्मी गलुण्डिया व साथियों ने ‘मैत्री भाव का कवित्र झरना मेरे ह्दय में बहा करें’,नामक भजन एंव गीत प्रस्तुत किये। ग्रुप की ओर से वर्ष पर्यन्त सहयोग करने वाले सेवा सहयोगियों शरद कारवां, पियूष भण्डारी, प्रवीण पगारिया, मनीष गलुण्डिया, राजेश सिंघवी, प्रफुल्ल व राहुल भण्डारी, विनोद बोहरा, अभिषेक संचेती, विजयलक्ष्मी गलुण्डिया, पूर्णिमा नागौरी, साधना दक, दिलीप दक, कविता बोहरा, डॅा. निर्मल कुणावत, ऋषभ वर्डिया, जतिन नागौरी, सज्जन सरूपरिया को अतिथियों ने स्मृतिचिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। समारोह को चपलोत व सावनसुखा ने भी संबोधित किया। ग्रुप की बुलेटिन का विमोचन किया गया।
संस्थापक अध्यक्ष डॅा. सुन्दरलाल दक ने कहा कि जैन धर्म के विभिन्न सम्प्रदायों के बीच जो दीवार थी उसे जैन सोश्यल ग्रुप इन्टरनेशनल ने हटाने का प्रयास किया है। हमें भगवान महावीर के सिद्धान्तों से आत्मसात करना चाहिये। गत वर्ष ग्रुप उमंग ने अनेक जनहित में सेवा कार्य किये। इस वर्ष घर में रख अनुपयोगी वस्तुओं को सुधरवाकर गरीब लोगों में वितरित की जाएगी। इस अवसर पर दूसरें स्थापना दिवस पर अतिथियों ने केक काटकर सभी को शुभकामनाएं दी। इससे पूर्व नन्हीं बालिका तिथि बोहरा ने संगीतमय नृत्य की प्रस्तुति दी। संचालन शकुन्तला सरूपरिया ने किया।