इंजीनियरिंग कॉलेज का एमओयू निरस्त
राजस्थान विद्यापीठ एवं कुल की साधारण सभा की बैठक
उदयपुर। जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय एवं कुल की साधारण सभा (जनरल कौन्सिल) की बैठक शनिवार को प्रतापनगर स्थित प्रबंध अध्ययन संस्थान में हुई जिसमें कुलप्रमुख प्रफुल्ल नागर को अनियमितताओं का दोषी पाते हुए उनका मनोनयन निरस्त कर दिया गया।
बैठक में चांसलर प्रतिनिधि पूर्व कुलपति प्रो. लोकेश भट् मौजूद थे। प्रारंभ में वाइस चांसलर डॉ. एस.एस. सारंगदेवोत ने स्वागत उद्बोधन दिया।
अध्यक्षता कर रहे प्रो. लोकेश भटृ ने चांसलर प्रो. भवानीशंकर गर्ग का उद्बोधन का वाचन किया। साथ ही उन्होंने कहा कि विद्यापीठ का तीन वर्षीय प्लान बनाया जाये जिसमें शहर के प्रबुद्ध नागरिकों को भी जोड़ा जाय साथ ही आय के स्त्रोत भी बढ़ाये जाये।
साधारण सभा ने नाराजगी प्रकट करते हुए संविधान एवं संस्था विरोधी कार्य, चांसलर के विरूद्ध असंवैधानिक अनुचित एवं छद्म कृत्य करने तथा स्वयंभू चांसलर बनने का आरोप लगाते हुए प्रफुल्ल नागर का कुल प्रमुख के पद से मनोनयन निरस्त कर उन्हें हटा दिया। कुलप्रमुख के पद पर नागर का कार्यकाल जून 2013 तक था। साधारण सभा इस बात पर भी नाराज थी कि नागर निरन्तर विद्यापीठ को हानि पहुंचा रहे थे। साधारण सभा ने विद्यापीठ कुल की व्यवस्थापिका का विधिवत निर्वाचन न होने तथा पारदर्शिता की कमी को देखते हुए उसे भंग करते हुए उसे पुन: पुनर्गठित करने मे भी निर्देश दिए। संगठन सचिव भंवरलाल गुर्जर की गई अनियमितताओं की निंदा करते हुए उनकी अर्धवार्षिकी आयु 31 अगस्त, 2012 को पूर्ण होने पर उन्हें सेवामुक्त करने तथा पुनर्नियुक्त नहीं करने का भी निर्णय लिया गया।
विजय एज्यूिकेशन ट्रस्ट तथा विद्यापीठ के मध्य इंजीनियरिंग कॉलेज के सम्बंध में 2008 में सम्पन्न एमओयू को निरस्त करने का निर्णय लिया गया। अजमेर स्थित विजय सिंह पथिक श्रमजीवी कॉलेज के संदर्भ में सम्पन्न ट्रस्ट डीड को समाप्त करने तथा सम्पूर्ण स्थिति पर विचार करने के लिए एक समिति का गठन करने का निर्णय लिया गया।
साधारण सभा की बैठक में यूजीसी गजट रेग्यूलेशन 2010 (डीम्ड यूनिवर्सिटी) को बॉम से पारित करवा कर यूजीसी को भिजवाने का प्रस्ताव पास किया।
सुझाव
साधारण सभा की बैठक में डेंटल कॉलेज, फार्मेसी कॉलेज, नर्सिग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज खोजने सम्बंधी प्रस्ताव। दूरस्थ शिक्षा को पुनर्जिवित किया जाये। लोक शिक्षण तथा जनभारती केन्द्र को मजबूत किया जाये। वित्तीय स्थिति को सुदृढ करने के लिए विशेषज्ञों की एक समिति का गठन किया जाये।
साधारण सभा में अध्यक्ष डॉ. लोकेश भटृ के अलावा यूजीसी प्रतिनिधि डॉ. बलवंत परिमल, प्रो. के.के. जैकब, प्रो. मनोहर सिंह राणावत, एडवोकेट रमेश नन्दवाना, इन्दिरा राजपुरोहित, सुशील दशोरा, श्याम सुन्दर नन्दवाना, प्रो. एन.एस. राव, डॉ. शशि चितौड़ा, डॉ. राजन सूद, डॉ. एस. बी. नागर, पीठ स्थविर डॉ. एस.के. मिश्रा, डॉ. मनीष श्रीमाली, अरूण पानेरी, सहायक कुल सचिव चन्द्रशेखर, रियाज हुसैन, डॉ. प्रदीप पंजाबी, डॉ. सी. पी. अग्रवाल, डॉ. एल.एन. नन्दवाना, सुभाष बोहरा, डॉ. ललित पाण्डे्य, डॉ. सरोज गर्ग, डॉ. हेमशंकर दाधीच, शंकर लाल शर्मा, डॉ. नरेन्द्र पण्ड्या, डॉ. हरीश शर्मा सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे। संचालन रजिस्ट्रार डॉ. प्रकाश शर्मा ने किया।