udaipur. रक्षाबंधन का त्योंहार गुरुवार को हर्षोल्लास से मनाया जाएगा। इस बार पूरे एक दशक बाद ऐसा मुहूर्त आया है जिसमें पूरे दिन श्रवण नक्षत्र का योग है और चार वर्ष बाद ऐसा वर्ष है जिसमें भद्रा नहीं होगी इसलिए पूरा दिन शुभ रहेगा। कभी भी राखी बांधी जा सकेगी।
ज्योतिषियों के मुताबिक सूर्योदयकाल श्रवण नक्षत्र का योग 11 साल बाद बना है जो पूरे दिन रहेगा। बहनों को अपने भाई को राखी बांधने के लिए किसी शुभ मुहूर्त का इंतजार नहीं करना पडे़गा। उधर एक दिन पूर्व बुधवार को बाजारों में काफी रेलमपेल रही।
सूरजपोल, झीनीरेत, मंडी, बड़ा बाजार, अश्विनी बाजार, सर्राफा बाजार, हाथीपोल आदि बाजारों में सजे राखियों के काउंटरों पर युवतियों व महिलाओं की काफी भीड़ रही। मिठाई की दुकानों पर भी खासी भीड़ रही। कपड़ों की दुकानों पर महिलाएं व युवतियां भाई के लिए कपडे़ पसंद करती दिखीं तो युवा अपनी बहनों के लिए साडि़या, सूट आदि लेते नजर आए। कई लोगों ने सर्राफा व्यंवसायियों के यहां भी खरीदारी की। श्रीफल की भी खासी बिक्री हुई। उल्लेखनीय है कि रक्षाबंधन पर भाई को राखी बांधने के बाद श्रीफल व मिठाई दी जाती है। धानमंडी इलाके में ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की खासी भीड़ रही।
गुरुवार को बहनें सज-धजकर भाईयों के यहां पहुंचेगी। भाईयों के माथे पर टीका कर मुंह मीठा कराएगी और कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर आशीर्वाद लेंगी। भाई भी बहनों को रक्षा का वचन देते हुए उपहार प्रदान करेंगे। घरों में विविध व्यंजन बनाए जाएंगे। घरों के मुख्य दरवाजों पर श्रवण कुमार के चित्र लप्सी से चिपकाए जाएंगे। एक दिन पूर्व महिलाएं व युवतियां तैयारियों में जुटी रहीं।