उबल पड़े नाले, सड़कों पर जमा हुआ पानी
उदयपुर। हालांकि सुबह से कड़क धूप निकली हुई थी। बारिश का कहीं नामो निशान तक नहीं था। जयपुर में रविवार से हो रही बारिश की सूचनाएं सुनकर ही शहरवासियों के चेहरों पर निराशा के भाव थे।
इंद्रदेव रीझे, दोपहर बाद अचानक काले बादल घिर आए। जहां कहीं बारिश का नाम मात्र तक नहीं दिख रहा था वहां लगने लगा जैसे जोरदार बारिश होगी लेकिन कुछ ही देर में बादल छंट गए और फिर माहौल में उजाला हो गया।
निराशा घर करने ही लगी थी कि अचानक बारिश शुरू हो गई।
कब रिमझिम हुई जो बूंदाबांदी में बदली और फिर तेज मूसलाधार में बदल गई। राह चलते वाहनधारक भी रुक नहीं रहे थे मानों कहीं उनके रुकते ही बारिश न रुक जाए, भले ही वे खुद भीग जाएं लेकिन रुकने का नाम नहीं लिया। चाहे राहगीर हों या वाहनधारक, सभी चल ही रहे थे। बारिश शुरू होते ही शाम के डिनर की प्लानिंग बनने लगी। गर्मागर्म कचौरियों, पकौड़ों की लॉरियों पर भीड़ उमड़ पड़ी।