स्टाम्प वेंडरों व टाइपिस्ट पर अवैध वसूली के आरोप
udaipur. शहर के न्यायालय परिसर में आज दो अलग अलग मामलों में काफी अफरा तफरी मच गई। इसके बाद अधिवक्ताओं ने स्टाम्प वेंडरों व टाइपिस्टों की दुकानें बंद करवा दीं।
जानकारी के अनुसार एक अधिवक्ता ने घंटाघर थाने में मारपीट का मामला दर्ज कराया था। उक्ता मामले के आरोपी व उसके साथी आज न्यायालय परिसर में पहुंचे जहां अधिवक्ता को धमकाया। इस पर वहां काफी बवाल मच गया।
इसी प्रकार दूसरे मामले में वर्ष 2006 में एक स्टाम्प वेंडर के यहां से खरीदे गये स्टाम्प के मामले में एक अधिवक्ता ने उक्त स्टाम्प वेंडर से स्टाम्प से सम्बन्धित मामले में गवाही देने को कहा। पहले तो उक्त स्टाम्प वेंडर तैयार हो गया लेकिन बाद में वह मुकर गया। कई अधिवक्ताओं के समझाने के बावजूद वह नहीं माना।
जानकारों का कहना है कि उक्त टाइपिस्ट यहां अतिक्रमण करके बैठे हैं। जगह होने के बावजूद अधिवक्ता ओं को इधर उधर घूमना पड़ता है। भोले-भाले ग्रामीणों व आमजनों से स्टाम्प पर उचित कमीशन मिलने के बावजूद लूटमार करते हैं। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष भरत जोशी ने बताया कि जब तक उक्त स्टाम्प वेंडर तथा टाइपिस्ट अपनी-अपनी दुकानों के बाहर तय दरें नहीं लगा लेते, तब तक इन्हें दुकानें नहीं खोलने दी जाएंगी। बुधवार को इस मामले में रजिस्ट्रार के साथ बैठक भी होगी।