दक्षिणी-पूर्वी उदयपुर में विकास की संभावनाएं अधिक : शर्मा
udaipur. नगर विकास प्रन्यास सचिव आर. पी. शर्मा ने कहा कि प्रन्यास उदयपुर के विकास की जितनी भी योजनाएं बनाता है उसमें अधिकांश कोर्ट में अटक जाती है। यदि जनता आगे आकर उन मामलों का निस्तारण कर लें तो शहर का चहुंमुखी विकास की गति को कोई नहीं रोक सकता है।
निकट भविष्य में शहर के उत्तर-पश्चिम भाग की तुलना में दक्षिणी-पूर्वी भाग में विकास की संभावनाएं अधिक है। वे आज रोटरी क्लब उदयपुर द्वारा रोटरी बजाज भवन में आयोजित ‘उदयपुर के विकास का भावी परिदृश्य’ विषयक वार्ता में मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे। उन्होनें बताया कि शहर का दक्ष्णिी-पूर्वी क्षेत्र बलीचा, आईआईएम,काया तथा इधर देबारी के बाहर भटेवर रोड़ पर विकास की बहुत अधिक संभावनाएं दिखाई देती है। उन्होनें कहा कि एनएलसीपी के तहत कराये जा रहे झीलों के विकास कार्यो के तहत अब फतहसागर व पिछोला झील के साथ-साथ शहर की उदयसगर झील व गोवर्धनसागर तालाब को भी जोड़ दिया है। एनएलसीपी की कुल 124 करोड़ की योजना में 70 प्रतिशत राशि केन्द्र सरकार वहन कर रही है जबकि शेष राज्य सरकार। इस योजनान्तर्गत शहर की झीलों को प्रदुषण मुक्त बनाये रखने के लिए मुख्य समस्या सीवरेज से निपटने के लिए सीवरजेट ट्रीटमेंट प्लान्ट लगाने के लिए निकटवर्ती मनवाखेड़ा में 6 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की गई है।
नये मास्टर प्लान में 140 गांव होंगे सम्मिलित- शर्मा ने बताया कि शहर के विकास के 2022 को केन्द्रीत करते हुए वर्ष 2003 में बने मास्टर प्लान में पूर्व में जहां 62 गांवों को प्रन्यास क्षेत्र में सम्मिलित किया गया था उसकी संख्या बढक़र 85 हो गई और उसका दायरा बढक़र 110 वर्ग किलेामीटर हो गया। शहर की बढ़ती जनसंख्या एंव आने वाली मुख्यत: यातायात की समस्या को मद्देनजर रखते हुए प्रन्यास अब वर्ष 2031 के लिए नया मास्टर प्लान बनाने जा रहा है। जिसमें प्रन्यास की परिधि में 140 गांव सम्मिलित होंगे और उसका दायरा बढक़र साढ़े छ: सौ किलोमीटर हो जायेगा।
उन्होनें बताया कि शहर की यातयात समस्या को सुलझाने के लिए बनायी जाने वाली एलिवेटेड रोड़ पर कार्य योजना की गति मंथर पड़ गयी है। आवश्यकतानुसार जमीन नहीं मिल पाने के कारण शहर में सडक़ विकास का कार्य अवरूद्ध पड़ा हुआ है। भुवाणा सर्किल से प्रतापनगर सर्किल के बीच बनी 2 लेन रोड़ को 4 लेन में परिवर्तित किया जा रहा है। देबारी से लेकर काया तक बनने वाले नये नेशनल हाईवे मार्ग को 3 वर्ष में पूर्ण किया जाना है।
शर्मा ने बताया कि उदयपुर में ऐसे दो बड़े क्षेत्र विकसित किये जाने का प्रस्ताव है जहंा सिर्फ मल्टी स्टोरिज बिल्डिंग व एज्यूकेशन हब बने। सुखेर के पास भीलों का बेदला में रीको द्वारा नये इन्डस्ट्रीयल डवलपमेन्ट केा लेकर जमीन अधिग्रहित की जा रही है। जोगी के तालाब के पास एक पॉलिटेक्निक कॉलेज को 2 हेक्टेयर जमीन आवंटित की गई है। इस क्षेत्र में विकास की संभावना को देखते हुए 200 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की जानी है। अब आयड़ का विकास भी एनएलसीपी के तहत कराया जाएगा।
क्लब अध्यक्ष सुशील बांठिया ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि प्रन्यास की इन योजनाओं से निश्चित रूप से जनता लाभान्वित होगी। इस अवसर पर पूर्व प्रान्तपाल निर्मल सिंघवी,अध्यक्ष निर्वाचित बी.एल.मेहता ने शर्मा का स्वागत किया। पदम दुगड़ ने शर्मा का परिचय दिया। कार्यक्रम में बिल्डर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष लोकेश चौधरी, सचिव शान्तिलाल जैन, कोषाध्यक्ष राकेश भाणावत, दिनेश बजाज, दिनेश रावत सहित अनेक सदस्य उपस्थित थे। अंत में सचिव ओ. पी. सहलेात ने धन्यवाद ज्ञापित किया।