udaipur. शिक्षा के निरंतर बदलते वैश्विक दौर में शोध की गुणवत्ता पर ध्यान देने की आवश्यकता है। छात्रों को ऐसे समसामयिक विषयों पर खोजपूर्ण शोध करने चाहिए जिससे शैक्षिक परिवेश को नए आयाम दिए जा सकें।
इसमें प्रबंधन क्षमता, समाजिक संवेदनशीलता के साथ ही विषय का समुचित ज्ञान होना भी आवश्यक है। ये विचार जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय के लोकमान्य तिलक शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के सेमिनार हॉल में शनिवार को आयोजित सेमिनार में शिक्षाविद् प्रो. ए. बी. फाटक ने व्यक्त किए। शिक्षाविद् प्रो. एम. पी. शर्मा ने कहा कि शोधार्थी मौलिकता पर अधिक ध्यान दें। उनके शोध में परिश्रम की झलक दिखनी चाहिए। अधिष्ठाता डॉ. शशि चित्तौड़ा ने आरंभ में अतिथियों का परिचय कराया। संचालन डॉ. रचना राठौड़ ने किया तथा डॉ. सरोज गर्ग ने धन्यवाद दिया।