उदयपुर लेकसिटी लेडिज सर्किल के साझे में
udaipur. उदयपुर लेकसिटी राऊण्ड टेबल इण्डिया व उदयपुर लेकसिटी लेडिज सर्किल के संयुक्त तत्वावधान में विद्यर्थियों के लिए विद्यालय में कक्षाकक्षों के निर्माण हेतु ट्रेजर हंट-2012 कार रैली रविवार को आयोजित की जाएगी।
उदयपुर लेकसिटी राउंड टेबल इंडिया के चेयरमैन पंकज दुग्गड़ ने आज ओरियंटल पैलेस रिसॉर्ट में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि लगातार गत तीन वर्षों से राउंड टेबल इंडिया उदयपुर ऐसे आयोजन करता रहा है। उन्होंने बताया कि आयोजन से एकत्रित राशि का उपयोग बडग़ांव स्थित एक विद्यालय में लगभग 20 लाख की लागत से 5-6 कक्षाओं के निर्माण में किया जायेगा। इस वर्ष भी उक्त आयोजन उदयपुर लेकसिटी राऊण्ड टेबल एवं उदयपुर लेकसिटी लेडिज सर्किल द्वारा ट्रेजर हण्ट-2012 के रूप में कल ओरियंटल पैलेस रिसॉर्ट में होगा। का रैली प्रात: 9.30 बजे से प्रारम्भ होगी।
क्लब के सेक्रेट्री नितिन गट्टानी ने बताया कि इस आयोजन में नेत्रहीन बच्चों द्वारा कारों का दिशा निर्देशन किया जायेगा। उन्होनें आशा व्यक्त की कि इस रैली में करीबन 70-80 प्रतियोगी भाग लेंगे। इस अवसर पर उदयपुर सहित, चित्तौड़, भीलवाड़ा व अन्य समीप के क्षेत्रों से 70-80 नेत्रहीन बच्चों को प्रतियोगिता में भाग लेने हेतु आमंत्रित किया गया है। प्रेस वार्ता में क्लभब सदस्यह डॉ. मनु बंसल, वरुण मुर्डिया सहित उदयपुर लेकसिटी लेडिज सर्किल की पदाधिकारी भी मौजूद थीं।
उन्होंने बताया कि आयेाजन का मुख्य उद्देश्य देश में अल्प सुविधा प्राप्त बच्चों की शिक्षा के लिए ट्रेजर हण्ट अपनी दीर्घकालिक परियोजना शिक्षा अभियान द्वारा आजादी के अभियान को प्रचारित एवं प्रसारित करना है। देश में पचास वर्ष पूर्व स्थापित राऊण्ड टेबल इण्डिया एक गैर राजनैतिक गैर साम्प्रदायिक 18 वर्ष से 40 वर्ष तक के विभिन्न व्यवसायी, उद्यमी, तकनीकी एवं पेशेवरों से संबंधित युवाओं का संगठन है। भारत में 78 शहरी इलाकों में इस संगठन की 200 शाखाएं कार्यरत हैं। विश्व में 36 हजार सदस्यों के साथ 54 देशों में इसकी शाखायें विद्यमान है। सामाजिक आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु संगठन द्वारा संचालित समाजोपयोगी विभिन्न परियोजनाओं के लिए भारत में इस संस्था के प्रत्येक सदस्य द्वारा प्रति वर्ष 50 हजार रुपए का अंशदान किया जाता है जो कि विश्व की सभी सामाजिक संस्थाओं का अपने सदस्यों द्वारा प्रति सदस्य दिये जाने वाले अंशदान से सर्वाधिक है।
गौतम हिंगड़ ने बताया कि स्वाधीनता के 65 वर्ष बाद भी भारत में आज पांच करोड़ से अधिक प्राथमिक शिक्षा से वंचित है। इन अल्प सुविधा प्राप्त शिक्षा से वंचित बच्चों की शिक्षा के लिए 1998 में इस संस्था ने ग्रामीण क्षेत्रो में प्राथमिक शिक्षण हेतु मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने का निर्णय लेकर प्रत्येक वर्ष एक लाख अल्प सुविधा प्राप्त बच्चों को प्राथमिक शिक्षा देने का लक्ष्य रखा है।