udaipur. शहर कांग्रेस का कार्यालय खाली करने को लेकर शुक्रवार को चेटक सर्किल स्थित कार्यालय के बाहर एक बार फिर बवाल मच गया। आए दिन होने वाले हंगामे से परेशान होकर कार्यालय भवन के मालिक ने खाली करने की मांग की थी।
जानकारी के अनुसार पूर्व में चुनाव के दौरान पूर्व विधायक त्रिलोक पूर्बिया ने अपने मित्र प्रमोद छापरवाल से उक्त कार्यालय कुछ दिन के लिए लिया था। बताया गया कि शुक्रवार को पूर्व विधायक ने कार्यालय खाली कर उसकी चाबी असली मालिक के सुपुर्द कर दी। उधर विरोधी गुट ने इस दौरान जमकर हंगामा मचाया। ताला नहीं खोलने दिया। इस दौरान भारी मात्रा में पुलिस जाब्ता तैनात रहा।
दूसरे गुट का आरोप है कि शहर जिलाध्यक्ष एवं उनके समर्थकों ने इस मामले में ऊपर से पैसा लेकर कार्यालय खाली कर चाबी सौंप दी। उधर शहर जिलाध्यनक्ष नीलिमा सुखाडि़या का इस बारे में कहना था कि अगर किसी ने बिना किराये सिर्फ दोस्तीं के नाम पर यह जगह दी थी। उसे न सिर्फ चुनाव तक बल्कि 15 वर्ष तक उपयोग में ले लिया। अब जब उसे जगह चाहिए तो वाजिब बात है कि उसे जगह वापस लौटाई जाए।
जानकारी के अनुसार गत दिनों शहर जिलाध्य क्ष की सिफारिश पर पीसीसी ने शहर कार्यकारिणी भंग कर एक कमेटी गठित कर दी थी। इससे परेशान होकर विरोधी गुट के समर्थक ब्लॉसक अध्यकक्षों ने उक्तग कार्यालय में अपने अपने ब्लॉसक की तख्तियां टांग कर बैठकें शुरू कर दी थीं।
जानकारों के अनुसार असली भवन मालिक छापरवाल किसी जमाने में गिरिजा व्या स समर्थक रहे हैं। उनका नाम जमीन सम्बपन्धीि मामलों में भी काफी आता रहा है। उधर नीलिमा ने इस बारे में बताया कि फिलहाल शहर कांग्रेस की बैठकें मेरे निवास पर ही होंगी। मैं तो काफी समय से कार्यालय पर जा भी नहीं रही थी।