रोटरी का आशावाद विषयक व्याख्यान
udaipur. अगर जिंदगी में आगे बढऩा है तो लक्ष्य तय करें, खुद पर भरोसा रखें और पॉजीटिव थिंकिंग रखकर चलें। आप निश्चय ही जीवन में सफल होंगे। इसके बाद आपको कोई रोक नहीं सकता। ये विचार वरिष्ठ पत्रकार सुधीर मिश्र ने व्यक्त किए।
वे रोटरी क्लब ऑफ उदयपुर की ओर से रोटरी इंटरेक्ट क्लब के शपथग्रहण समारोह के बाद आशावाद विषयक व्याख्यानमाला को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले पूर्व प्रांतपाल निर्मल सिंघवी ने आलोक स्कूल फतहपुरा एवं पंचवटी के इंटरेक्ट क्लब की नवनिर्वाचित कार्यकारिणी को शपथ दिलाई। इसके बाद कार्यकारिणी सदस्यों को बैज प्रदान किए गए।
मिश्र ने कहा कि प्रतिद्वंद्विता किसी से न रखें। अगर किसी को प्रतिद्वंद्वी नहीं समझेंगे तो स्वत: ही सभी आपके मित्र ही होंगे। जब मित्र होंगे तो आपको खुद-ब-खुद लोगों से सहायता मिलेगी जो आपके आगे बढऩे में सहायक सिद्ध होगी। अपना एटीट्यूड पॉजीटिव बनाएं। एटीट्यूड शिक्षा, आपके आसपास के वातावरण और अनुभव से आता है। सबसे बड़ा आशावाद तो यही है कि आपको अपनी मंजिल के बारे में कुछ अलग हटकर ही सोचना चाहिए। अगर आपका मित्र इंजीनियर बन रहा है तो जरूरी नहीं कि आप भी इंजीनियर बनें। हर आदमी में खुद कुछ न कुछ खासियत होती है। अपनी उस खासियत को पहचानें।
उन्होंने एक पावरपाइंट प्रजेन्टेशन के माध्यम से बताया कि किस तरह एटीट्यूड, आत्मविश्वास से क्रिकेटर युवराजसिंह, सचिन तेंदुलकर, धीरूभाई अंबानी, स्टीव जॉब्स, महात्मा गांधी, बिल गेट्स आगे बढ़े और अपने अपने क्षेत्र में न सिर्फ नाम कमाया बल्कि एक मिसाल कायम की। मिसाल भी ऐसी कि उनके जैसा कोई दूसरा वापस ही नहीं हुआ। कैंसर जिसे लाइलाज माना जाता है, उस पर युवराजसिंह ने न सिर्फ जीत हासिल की बल्कि वापस अपनी पुरानी ही लय हासिल की। धीरूभाई अंबानी जो सिर्फ एक पेट्रोल पंप पर काम करते थे, एक सपना देखा कि हर हाथ में मोबाइल हो और वह कर दिखाया। स्टीव जॉब्स जिन्होंने कभी किसी दूसरे की ओर नहीं देखा। सिर्फ अपने अनुसार नया क्रिएटिव काम करते रहे और दुनिया को ‘एप्पल’ दिया। गांधीजी के भले ही आज आलोचक अधिक हैं लेकिन फिर भी अछूतोद्धार, सांप्रदायिकता को दूर करने में उनका सानी नहीं। उनके जैसा महापुरुष कोई नहीं हुआ। अंत में उन्होंने बच्चों से भी संवाद स्थापित किया।
क्लब अध्यक्ष सुशील बांठिया ने मिश्र का स्वागत किया। डॉ. प्रदीप कुमावत ने अतिथि परिचय दिया। इंटरेक्ट कमेटी के चेयरमैन संजय भटनागर ने अतिथि मिश्र को स्मृति चिह्न भेंट किया। सदस्य एन. सी. बंसल ने स्मृति पत्र प्रदान किया। क्लब सचिव ओ. पी. सहलोत ने आभार व्यक्त किया।