‘हिम्मत हो तो एक मंच पर सामने आकर बोलें’
कांग्रेस कार्यकर्त्ता सम्मेलन में उखड़े मालवीया
udaipur/Banswara. ‘अनर्गल बयानबाजी से राजनीति नहीं होती । गुलाबचंद कटारिया में अगर हिम्मत है तो किसी भी सार्वजनिक मंच पर मेरे सामने आकर बोलें, यदि मैं हारा तो जिंदगी में चुनाव नहीं लडूंगा और यदि वो हारे तो उनको चुनाव लड़ने नहीं दूंगा।’
ये विचार जनजाति क्षेत्रीय विकास, ग्रामीण विकास व पंचायतीराज मंत्री महेन्द्रजीतसिंह मालवीया ने शनिवार को आनंदपुरी में आयोजित कांग्रेस कार्यकर्त्ता सम्मेलन में व्यक्त किए। गत दो दिन से कटारिया की बयानबाजी पर मालवीया ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा व कटारिया के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं होने के कारण बौखलाहट में मनगढ़ंत बयानबाजी कर रहे हैं। कभी गांधी परिवार तो कभी मेरे बारे में कुछ भी बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीमित जनाधार को बयानों के आधार पर मजबूत बनाने की चाह कर रहे कटारिया को अपने क्षेत्र को छोड़कर इस क्षेत्र में राजनीति नहीं करनी चाहिए। केबिनेट मंत्री मालवीया ने कहा कि कटारिया को ‘टारगेट मालवीया’ के स्थान पर ‘टारगेट वसुंधरा’ करना चाहिए ताकि उनका कुछ फायदा हो जावे।
मानगढ़ पर राजनीति नहीं होने देंगे:
मंत्री मालवीया ने कहा कि मानगढ़ धाम आदिवासियों का आस्था धाम है और यहां गोविन्द गुरु का बलिदानी इतिहास छुपा है। ऐसे पवित्र स्थान पर किसी प्रकार की राजनीति को यहां का कोई भी जनप्रतिनिधि और आम व्यक्ति बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंनें कहा कि भाजपाई इस पवित्र स्थान को राजनीति का अखाड़ा बनाना चाह रहे हैं और वह हम किसी भी हाल में नहीं होने देंगे।
नमस्कार निवेदन हे कि अभी पता चला है कि ग्रामण् विकास एवं पंचयती राज में लिपिक भर्ती हो रही है राज्य सरकार नरेगा सविदा कर्मचारीयो को लाभ देने की मनसा से यह भर्ती निकाल रही है कि नरेगा सविदा कर्मचारी जिनहोने 4 या 5 वर्ष कम वेतन मे अधिक समय दे कर बैहतरीन कार्य किया जिनका श्रेय राज्य सरकार को प्राप्त होने के कारण राज्य सरकार नरेगा सविदा वालो को लाभान्वित कर रही है
लेकिन इस निति से नरेगा सविदा कर्मचारीयो को कुछ भी लाभ नही मिलेगा क्यो कि सरकार फोर्म भरने की योजना मे बता रही है कि नरेगा अनुभव वाला व बिना अनुभव वाले भी आवेदन करने से नरेगा वाले अनुभवी को नुकसान उठाना पडेगा और सीबीएससी वाले 12 वी में 80-90 प्रतिशत अंक दिये जाते है जिससे नरेगा वालो का नुकसान है और नरेगा अनुभव वालो ने आज से 8-10 वर्ष पुर्व 12 अजमेर बोर्ड से कि इसमें कम नम्बर आते है इसप्रकार सरकार 12 के प्रतिशत अंक रखने व नरेगा बिन अनुभव वालो के फोर्म लेने से नरेगा सविदा कर्मचारीयो का भारी नुकसान
राजस्थान राज्य में कई ऐसे पिछडे जिले है जहां आज से 10 वर्ष 12 कक्षा उतीर्ण कि तब उनके 33 प्रतिशत ही अंक आए और आज नरेगा में 4-5 वर्षो से नरेगा में कार्यरत है उनका तो भारी नुकसान होगा क्यो कि उनकी तो आयु की बढ गई इसी आशा मे की राज्य सरकार हमे एक दिन स्थाई नौकरी देगी
आपसे निवेदन है कि इस भर्ती मे उन्ही को फोर्म भरने दीया जावे जो 4-5 वर्षो से नरेगा का अनुभव रखते है और जिनका 4-5 वर्ष पुरा नही हो रहा है वह अभी नही ऐप्लाई कर सकते और वे जब ऐप्लाई करेगे जब उनके भी 4-5 वर्ष पुरे होगे तब सरकार उनको स्थाई करेगी इस तरीके से नरेगा सविदा कर्मचारीयो को ही 12-13 हजार पदो पर सिर्फ नरेगा सविदा कार्यरत कर्मचारीयो को ही लाभ मिल सकता है जिससे अनुभवी कर्मचारीयो से सरकार को अच्छा व बैहतरीन होगा, अन्य पिछे जो पद बचते है उन पदो की बाद में ऐसी भर्ती 2 या 4 वर्ष बाद इसीप्रकार निकाली जावे
उपरोक्त तरीके से राज्य सरकार का लाभ
1. बैरोजगारो का पैसा खराब नही होगा वही ऐप्लाई करेगे जिनका 4-5 वर्षो का अनुभव है
2. जो नरेगा कर्मचारी बहार रह रहे है वे ऐसा सोचेगे की हमारे अनुभव पुरा होने पर हमे भी इसी प्रकार स्थाई किया जावेगा
3. शिक्षीत बैरोजगार नरेगा जैसी योजनाओ में लगने की होड रहेगी जिससे कम वेतन में सरकारी कार्य होगा व अनुभवी होने पर स्थाई करना होगा
4. अनुभवी कर्मचारी लेने से योजना को अच्छा मुकान मिल सकता है क्यो कि क्रांग्रेस सरकार आम जन गरिब की है इस हिसाब से आम जन को फायदा मिलेगा
5. जो व्यक्ति नरेगा में 4-5 वर्षो से कार्यरत है 12 हजार सविदा कर्मचारी वह व उनके घर परिवार में 36 व्यक्ति का परिवार राज्य सरकार के गुणगान करेगा कई श्रमिक जिनकी संख्या 2 से 3 लाख है जिनको नरेगा का रोजगा प्राप्त हुआ है यह सभी राज्य सरकार का गुणगान करेगे
फैसला आपको करना है कि नरेगा अनुभव वालो को स्थाई करना है या फिर बिना अनुभव वालो
हमने नरेगा में 4-5 वर्षो से नरेगा कार्यलय में कार्यरत है