सिर्फ नाम के लिए की कार्रवाई
झील निर्माण निषेध के आदेश से प्रभावित लोग पहुंचे यूआईटी चेयरमैन के पास
udaipur. भूपालपुरा क्षेत्र में गत दिनों अवैध रूप से बन रहे कथित कॉम्लेक्स के निर्माण को लेकर आज नगर परिषद ने कार्रवाई की और उसे कथित रूप से ढहाया। उल्लेखनीय है कि इस मामले में क्षेत्रवासियों ने सभापति को उनके घर जाकर रात को उठाकर शिकायत की थी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार अतिक्रमण ढहाने पहुंचे दस्तेां ने सिर्फ नाममात्र कार्रवाई की। इस काम्लेक्स को स्वीकृति जी+3 की थी जबकि इस काम्लेक्स मालिक ने जी+4 का निर्माण कर लिया था। चौथे माले का निर्माण जारी था। इस पर शंटिंग के लिए तार बांध दिए गए थे। वहां पहुंचे नगर परिषद के दस्ते ने सिर्फ दो-तीन तार तोड़े और फिर वहां से चल दिए। मानों हो गया काम..।
उधर झीलों के आसपास निर्माण निषेध क्षेत्र में हुए निर्माण तोडऩे के हाइकोर्ट के आदेश के बाद प्रभावित लोग दर-ब-दर भटकते हुए सोमवार को यूआईटी चेयरमैन रूप कुमार खुराना के पास पहुंचे। उल्लेखनीय है कि गत दिनों झील निर्माण निषेध क्षेत्र में बने मकानों को ध्वस्त करने के हाईकोर्ट के आदेश के बाद से लोगों की नींद उड़ गई थी। आश्चबर्य इस बात का है कि सात दिन में अतिक्रमण हटाए जाने थे लेकिन कोर्ट के आदेश ही अब तक नहीं पहुंचे।
रविवार को प्रभावित लोग शहर विधायक गुलाबचंद कटारिया से मिले थे। लोगों ने खुराना से कोर्ट में प्रभावी पैरवी की मांग की। इनका कहना था कि यूआईटी व नगर परिषद हाईकोर्ट में प्रभावी पक्ष रखती तो शायद यह स्थिति नहीं बनती। खुराना ने कहा कि हाईकोर्ट ने आदेश तो आएं कि क्याष कहा है। जब तक फैसले की कॉपी हाथ में नहीं आती, तब तक कुछ भी कहना ठीक नहीं होगा। खुराना ने लोगों को विश्वास दिलाया कि यूआईटी की ओर से हरसंभव प्रयास किया जाएगा।
क्या है मामला
झील निर्माण निषेध क्षेत्र में बने मकान, अतिक्रमण को लेकर उदयपुर के जागरूक नागरिक राजेन्द्रा राजदान ने याचिका दायर कर रखी थी। गत दिनों जयपुर में अमानी शाह नाले के मामले में हाईकोर्ट के आदेशों के बाद बड़ी बड़ी बिल्डिंगें ढहाई गई थीं। इसी को लेकर यहां के लोगों में भय व्याटप्तक हो गया कि कहीं यहां भी मकान न ढहा दिए जाएं। मामले को लेकर भाजपा के एक कथित नेता ने इन लोगों का नेतृत्व भी किया और कुछ दिनों तक मामले में नेतागिरी करने का भी प्रयास किया लेकिन फिर वही ढाक के तीन पात..। सभी ने इससे हाथ खींच लिया।
Tension to common mass….. and Balle-Balle for the authorities as they can now make good relations with high profiles at every level….