udaipur. ईश्वर का यही विधान है कि पिता पहले तथा पुत्र बाद में जन्म लेता है लेकिन 21 अक्टूबर को टाऊनहॉल में होने वाले त्रय जेनेश्वरी दीक्षा महोत्सव में दीक्षा ग्रहण करने वाली वयोवृद्ध ब्रह्मचारिणी कमला बाई सेठी के माता-पिता बनने का सौभाग्य युवा समाजसेवी गजेन्द्र आंचलिया-हेमलता आंचलिया,सलूम्बर निवासी जयन्तीलाल-कमला बाई गडिया तथा चेतनकुमार-विमला देवी सांगानेरिया को प्राप्त हुआ।
प्रचार-प्रसार प्रभारी हेमन्त गदिया ने बताया कि आचार्य अभिनंदनसागर महाराज के सानिध्य में होने वाले जेनेश्वरी दीक्षा महोत्सव से पूर्व कल शुक्रवार को संाय साढ़े सात बजे दीक्षार्थी कमला बाई सेठी की बिन्दौली निकलेगी। शांतिनाथ खण्डेलवाल समाज द्वारा निकाली जाने वाली उक्त बिन्दौली मण्डी की नाल स्थित पाश्र्वनाथ मंदिर से प्रारंभ हो कर भड़भुजा घाटी, बड़ा बाजार,सेठीयों का मन्दिर,सिन्धी बाजार,भामाशाह मार्केट,सर्रापा बाजार होती हुई तेलीवाड़ा स्थित बीसा हुमड़ भवन पहुंचेगी। कल प्रात: साढ़े सात बजे पंच परमेष्ठी विधान का आयोजन होगा जिसमें अशेाक गोधा, शांतिलाल गोधा द्वारा महाशांतिधारा एंव पूजा अर्चना की जाएगी।
चातुर्मास समिति के अध्यक्ष जनकराज सोनी ने बातया कि कल रात्रि को बीसा हुमड़ भवन मंज जागृति महिला मंच के तत्वावधान में गरबा का आयोजन किया गया। इससे पूर्व आज हुमड़ भवन में ही जिनेन्द्र भगवान की महाशंातिधारा तथा प्रखालन,पंचामृत,अभिषेक व पूजा-अर्चना की गई।
समिति के कार्याध्यक्ष नाथुलाल खलुंडिया ने बताया कि 21 अक्टूबर को जेनेश्वरी दीक्षा महोत्सव से पूर्व एक शोभायात्रा निकाली जाएगी जो मार्शल चौराहा से प्रारंभ होगी जो सुरजपोल,बापूबाजार होती टाऊनहॉल पहंचेगी। दीक्षा कार्यक्रम दोपहर 1 बजे प्रारंभ होंगे। शोभायात्रा में हाथी-घोड़े,बैण्ड के साथ हजारों की संख्या में इन्द्र-इन्द्राणी भाग लेंगे। महोत्सव में अभिनंदन सागर महाराज,आचार्य विपुल सागर महाराज,आचार्य सुकुमालनन्दी जी महाराज, प्रज्ञामति माताजी एंव पूर्णमति माताजी के प्रवचन होंगे। समिति के महामंत्री चन्दनमल छापिया ने बताया कि दीक्षा कार्यक्रम पश्चात भोजन की व्यवस्था की गई है। उक्त कार्यक्रम में लगभग 10 हजार लोगों के भाग लेने की संभावना है।