भाजपा प्रदेशाध्याक्ष का 17 नवम्बर को ‘मानगढ़ चलो’ का आह्वान
udaipur. भारतीय जनता पार्टी की उदयपुर सहित कुल 11 जिलों की बैठक में प्रदेशाध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी ने कहा कि मानगढ़ का इतिहास एवं बलिदान राजस्थान ही नहीं अपितु सम्पूर्ण देश के लिए स्वतंत्रता के सबसे बड़े प्रेरणा स्त्रोत के रूप में विख्यात है। दुर्भाग्य से इस बलिदान को इतिहास के कालखण्ड में यथोचित स्थान नहीं मिलने से यह प्रेरणा स्थल पूर्ण रूप से विकसित नहीं हो सका।
भाजपा व भाजपा जनजाति मोर्चा ने एक वर्ष से इतिहास की जानकारी दे रही है। 17 नवम्बर ‘मानगढ़ चलो‘ के आह्वान के साथ इस बलिदान स्मृति कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाएगी। चतुर्वेदी ने आह्वान किया कि भाजपा के लिए तन-मन-धन से अर्पण कर गुजरात चुनाव की तैयारियां करें। वर्तमान परिस्थितियों में वैचारिक संघर्ष महत्वपूर्ण है। विचारधारा को आमजन तक ले जाने के लिए कार्यकर्ता का महत्वपूर्ण योगदान होता है। गुजरात की विकास यात्रा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए राजस्थान का प्रत्येक कार्यकर्ता गुजरात चुनाव में अपनी महती भूमिका निभाए।
सुबह 11 बजे आरम्भ हुई बैठक का शुभारम्भ पूर्व गृहमंत्री एवं वरिष्ठन भाजपा नेता गुलाबचन्द कटारिया ने भारत माता के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलन एवं माल्यार्पण कर किया। बैठक के प्रारम्भिक सत्र में परिचय एवं स्वागत के पश्चायत् प्रदेश उपाध्यक्ष औंकारसिंह लखावत ने मानगढ़ के इतिहास का सम्पूर्ण विवरण एवं ऐतिहासिक तथ्य प्रस्तुत करते हुए इसे विश्वा का स्वतंत्रता के लिए दिया गया सबसे बड़ा बलिदान बताया। उन्होंने कहा कि गोविन्द गुरू ने मेवाड़, वागड़, मध्यप्रदेश एवं गुजरात के वनांचल क्षेत्रों में जंगल-जंगल घूमते हुए नशा मुक्ति, धर्मप्रेम, स्वदेश प्रेम, ईमानदार एवं चरित्रवान बनाने के लिए जो जनजागरण किया उससे अंग्रेजों के खिलाफ एक बहुत बड़ी फौज स्वाभिमानी एवं स्वावलम्बन की खड़ी हुई जिससे देश प्रेम की अलग जगी।
संयोजन करते हुए प्रदेश मंत्री प्रमोद सामर ने बताया कि यह बैठक मानगढ़ बलिदान स्मृति समारोह एवं गुजरात चुनाव की समीक्षा एवं आगामी तैयारी के साथ संगठनात्मक विषयों को लेकर आहूत की गई।
भाजपा जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष विधायक रमेश मीणा ने मानगढ़ एवं गोविन्द गुरू के संदर्भ में सम्पूर्ण कार्यक्रमों की समीक्षा के साथ कार्यक्रम बताते हुए कहा कि राज्य के प्रत्येक जिले से हजारों कार्यकर्ता मानगढ़ पहुंच कर बलिदान को नमन करते हुए श्रद्धांजलि देंगे। मानगढ़ शहीदों की स्मृति में भाजपा राजस्थान-गुजरात के कार्यकर्ता अपने-अपने वाहनों से मानगढ़ पहुचेंगे एवं उपरोक्त कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाते हुए विश्वर के सबसे बड़े बलिदान को प्रेरणा पथ के रूप में आगामी पीढ़ी को समर्पित करेंगे एवं 1 लाख लोग मानगढ़ पहुंच कर स्वतंत्रता की ज्योति की अलख जगाएंगे।
विधायक गुलाबचन्द कटारिया ने कहा कि मानगढ़ में गोविन्द गुरू के नेतृत्व में हुआ बलिदान जलियांवाला बाग से भी भीषण बलिदान था। 17 नवम्बर 1913 को आयोजित राष्ट्रेभक्तों के विराट सम्मेलन पर आधे घंटे तक अंग्रेजों ने गोलिया बरसाई। लगभग 1500 वनवासी बन्धु-भगिनियों ने भारतामाता के चरणों पर अपने प्राण न्यौगछावर कर दिये।
तीन सत्रों में सभी पदाधिकारियों ने अपनी अपनी योजनाएं रखीं। उदयपुर शहर दिनेश भट्ट, उदयपुर देहात सुन्दरलाल भाणावत, सिरोही नारायण पुरोहित, जालोर नारायण सिंह देवल, राजसमन्द नन्दलाल सिंघवी, डूंगरपुर गजेन्द्र सिंह चौहान, बांसवाड़ा भगवत पुरी, चित्तौडग़ढ़ सी. पी. जोशी एवं महामंत्री मिठुलाल जाट, प्रतापगढ़ महामंत्री खेतसिंह ने वृत प्रस्तुत किया। वक्ताओं ने 27, 28 अक्टूबर की मण्डल बैठकों को सफल बनाकर बूथ एवं शक्ति केन्द्र रचना के साथ उपरोक्त विषय के बारे में पूर्ण जानकारी देने तथा 1 से 10 नवम्बर के बीच पंचायत एवं वार्ड स्तर तक आमजन को जानकारी देने का संकल्प लिया। आभार प्रदेश उपाध्यक्ष धनसिंह रावत ने जताया।