udaipur. मसूरी के सर्पिलाकार घाटियों एवं हिमालय की बर्फीली पहाडिय़ों का अद्भुत नजारा देख तीर्थ यात्री रोमांचित हो उठे। श्री महावीर युवा मंच संस्थान द्वारा आयोजित श्री सम्मेद शिखरजी सकल जैन तीर्थ यात्रा के चौथे दिन गुरुवार को प्रात: साढ़े आठ बजे हरिद्वार से देहरादून से मसूरी के लिए बस द्वारा रवाना हुए।
देहरादून से मसूरी जाते हुए मसूरी की सर्पाकार घाटियों को देखकर तीर्थ यात्री दंग रह गये वे इस नजारे को वे इस नजारे को अपने कैमरों एवं मोबाइल में कैद करने लगे। संस्थान के मुख्य संरक्षक राजकुमार फत्तावत ने दूरभाष पर बताया कि मसूरी में केमटीफाल, रोपवे, घटोला आदि का तीर्थ यात्रियों ने पूरा लुत्फ उठाया। माल बाजार, गांधी चौक में तीर्थ यात्रियों ने खरीददारी तक की। कम्पनी गार्डन को देखा, मसूरी झील व लेक विस्टे में नौकायान का भी आनन्द उठाया।
मसूरी की तलहटी पर लिया भोज
देहरादून से मसूरी जाते समय सर्पिलाकार पहाडिय़ों पर मसूरी की तलहटी में फोरेस्ट गार्डन में तीर्थ यात्रियों ने लजीज व स्वादिष्ट भोजन किया। यात्रियों को दूध, काजू का हलवा, लौकी दूध का हलवा बहुत पसंद किया। भोजन में सब्जियों की भी छह तरह की वैरायटियां थी इसके अलावा दो तरह की नमकीन परोसी गई।
अद्भुत नजारे देख हुए दंग
तीर्थ यात्री जैसे-जैसे बसों से सर्पिलाकार पहाडिय़ों से गुजर रहे थे और आसपास की हिमालय की पहाडिय़ों पर जमा बर्फ को देखकर हतप्रभ रहे। कई लोगों ने इस क्षैत्र की पहली बार यात्रा की वे हर क्षण को अपनी आंखों में कैद कर रहे थे। जहां भी बस रूकती तो वे इस नजारे के साथ अपनी फोटो भी खिंचवा रहे थे।
तीर्थ यात्रियों का अलग ही था नजारा
श्री सम्मेद शिखर जी गए 960 तीर्थ यात्रियों ने जब आज मसूरी की वादियों से सुबह पैदल-पैदल भ्रमण कर रहे थे और सभी ने सिर पर सफेद टोपियां लगा रखी थी और गले में बैज लगा रखा था। वे अलग ही दिखाई दे रहे थे, जब माल बाजार और गांधी चौक में खरीददारी करने गए तो वहां के व्यापारी भी यात्रियों की एक सी टोपियां देख दंग रह गए।
आज पहुंचेंगे गयाजी
संस्थान के अध्यक्ष टीनू माण्डावत ने बताया कि मसूरी की वादियों का भ्रमण करने के बाद शाम को पुन: हरिद्वार धर्मशाला पहुंचे जहां से अपना सामान लेकर स्टेशन की ओर प्रस्थान कर गये। स्टेशन से रात्रि में गया तीर्थ के लिए रवाना हुए।