udaipur. आखिर पर्यटक कैसे आकर्षित होंगे जब उनके लिए की गई व्यवस्थाएं ही देखरेख के अभाव में धूल खा रही हैं? इससे महसूस भी होता है कि सरकारी अमला भी इस ओर सावचेत नहीं है।
फतहसागर की पाल व इसके आसपास दीवारों पर नगर विकास प्रन्यास ने करीब दो वर्ष पूर्व यहां की पारम्परिक चित्रकारी को उकेरने का कार्य करवाया था ताकि यहां आने वाले देसी विदेशी पर्यटकों का ध्यान इस ओर आकृष्ट किया जा सके और वे इस ओर मोहित हो सकें। अफसोस यह कि दो वर्ष होने आए, वापस इस चित्रकारी को बनवाना तो दूर, जो है उसे भी संभाला नहीं जा सका है। आसपास न सिर्फ झाड़ झंकार उग आए हैं बल्कि दीवारों पर उकेरी गई चित्रकारी पर कागज के पोस्टर तक चिपका दिए गए हैं।