शहर जिला की गोष्ठी में बिफरे युवा नेता
देहात जिलाध्यक्ष झाला को बताया विधायक का दावेदार
Udaipur. राज्य सरकार के चार साल पूरे होने के उपलक्ष्य में शहर जिला कांग्रेस की ओर से आयोजित गोष्ठी में जहां युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष स्वंयं के लिए मंच पर कुर्सी नहीं लगाने को लेकर बिफर गए वहीं देहात जिला की ओर से आयोजित प्रेस वार्ता में प्रभारी सचिव लाजवाब हो गए।
हर जिला कांग्रेस की ओर से आयोजित गोष्ठी में युकां जिलाध्यक्ष जयप्रकाश निमावत ने मंच पर उनके लिए कुर्सी नहीं लगाने को लेकर आक्रोश जताया। इस पर जिलाध्यक्ष नीलिमा सुखाडि़या ने उन्हेंन शांत करते हुए कुर्सी लगवाई और मंच पर बिठाया। इसके बाद आयोजित प्रेस वार्ता में सचिव तिवाड़ी ने कहा कि मेवाड़ के कार्यकर्ता ही राजस्थान का भविष्य तय करते हैं। मेवाड़ ने राज्य को अब तक सर्वाधिक मुख्यमंत्री दिए हैं। गोष्ठी में नेताओं के इस तरह आक्रोश जताने पर तिवाड़ी का कहना था कि अगर किसी को प्रसिद्धि पानी हो तो यह सबसे आसान तरीका है। उदयपुर को अब तक नगर निगम, बी-2, अहमदाबाद आमान परिवर्तन जैसी योजनाएं नहीं मिलने पर उन्होंने कहा कि उनकी जानकारी में हाल ही में ये बातें आई है जिनका एक प्रतिवेदन तैयार कर मुख्यंमंत्री को दिया जाएगा। उन्होंलने कहा कि चार साल में गहलोत सरकार ने सहारे से सरकार चलाई है। अगर हमारे पास संख्या बल पूरा होता तो हम कहीं अधिक काम कर पाते। इस अवसर पर राज्य सरकार के फोल्डर का विमोचन भी किया गया।
देहात जिला कांग्रेस की ओर से आयोजित प्रेस वार्ता में भंवरी-मलखान, गुर्जर आंदोलन आदि का कांग्रेस की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचने के सवाल पर तिवाड़ी का कहना था कि व्यक्तिगत रूप से किसी पर भी आंच आ सकती है लेकिन पार्टी पर कोई असर नहीं पडे़गा। गहलोत ने पहले भी कहा था कि जो करेगा, वह भुगतेगा। उन्होंने कहा कि हर जिलाध्यक्ष को विधायक के लिए चुनाव लड़ने का पूरा हक है। जब वह जिले में कांग्रेस को मजबूत कर सकता है तो क्यों चुनाव नहीं लड़ सकता। अगर मैं चुनाव तक प्रभारी रहा तो ग्रामीण की विधानसभा सीटों में से एक पर देहात जिलाध्यक्ष लालसिंह झाला जरूर चुनाव लड़ेंगे।