कृषि विश्वीविद्यालय की प्रबंध मण्डल की बैठक में किए महत्वपूर्ण निर्णय
Udaipur. महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर की प्रबंध मण्डल की सोमवार सुबह 11 बजे कुलपति सचिवालय में हुई बैठक में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को कनिष्ठ लिपिक के पद पर पदोन्नति देने के हेतु राज्य सरकार के जारी नए आदेश विश्वविद्यालय में भी लागू होंगे।
बैठक में बीएससी/बीई/बीटेक के सत्र 2011-12 में उत्तीर्ण और विभिन्न संकायों की एमएससी/एमई एवं पीएचडी के 1 दिसंबर 2011 से 30 नवंबर 2012 तक उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं को उपाधि एवं योग्य अभ्यर्थियों को स्वर्णपदक प्रदान किये जाने हेतु स्वीकृति दी गई। उल्लेखनीय है कि २० दिसम्बर को होने वाले विश्वविद्यालय के सप्तम दीक्षान्त समारोह की मुख्य अतिथि राजस्थान की राज्यपाल एवं कुलाधिपति महामहिम माग्रेट आल्वा होंगी।
दीक्षान्त समारोह में कृषि, इंजीनियरिंग, डेयरी एवं खाद्य विज्ञान प्रौद्योगिकी, गृहविज्ञान, मात्स्यकी एवं उद्यनिकी व वानिकी संकायों के 594 विद्यार्थियों को स्नातक उपाधि व डेयरी एवं खाद्य विज्ञान प्रौद्योगिकी के अतिरिक्त अन्य संकायों में 105 विद्यार्थियों को स्नातकोत्तर उपाधि प्रदान की जाऐगी। समारोह में 30 विद्यार्थियों को विभिन्न विषयों में विद्यावाचस्पति की उपाधि भी प्रदान की जाएगी। विभिन्न संकायों मे सर्वश्रेष्ठ अकादमिक प्रदर्शन हेतु स्नातक स्तर पर 14, स्नातकोत्तर स्तर पर 10 व इंजीनियरिंग संकाय में जैन इरीगेशन स्वर्णपदक भी प्रदान किये जाएंगे।
कुलसचिव डा. पी. के. गुप्ता ने बताया कि अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ओ. पी. गिल. ने की। बैठक मे संभागीय आयुक्त डा. सुबोध अग्रवाल, डॉ. वाई वी. सिंह (आईसीएआर प्रतिनिधि), डा. एस. आर चौधरी, हेमन्त बोहरा, नीलिमा सुखाडिया, डा. अरूणा परिहार, डॉ. पी एल मालीवाल, डा. विमल शर्मा, भूपेश माथुर उपस्थित थे।