Udaipur. कुख्यात अपराधी मोहम्मद आजम को उदयपुर पुलिस ने एसओजी एवं सीबीआई के सहयोग से मुंबई में गिरफ्तार कर लिया। उदयपुर से प्रतापनगर थानाधिकारी मनजीतसिंह के नेतृत्व में गया पुलिस दल आजम को लेकर गुरुवार दोपहर यहां पहुंच गया। उसे कोर्ट में पेश किया गया जहां से जेल भेज दिया गया। प्रतापनगर थाना पुलिस ने दर्ज मामले में उसे वापस गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अधीक्षक हरिप्रसाद शर्मा ने बताया कि आजम के खिलाफ उदयपुर के पांच थानों प्रतापनगर, भूपालपुरा, सूरजपोल, हाथीपोल एवं अम्बामाता में धमकाने और फिरौती वसूलने के मामले दर्ज हैं। इसके बाद भाजपा नेता मोतीलाल डांगी पर एवं दानिश से पुलिस कंट्रोल रूम के सामने फायरिंग करवाने के भी मामले दर्ज हैं। आजम पर इससे पूर्व करीब 25 मामले और भी दर्ज हैं।
सोहराबुद्दीन मामले में सीबीआई के अहम गवाह आजम के उदयपुर में विभिन्न मामलों में वांछित होने पर पुलिस अधीक्षक शर्मा ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक तेजराजसिंह एवं पुलिस उप अधीक्षक अनंत कुमार के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की जिसमें प्रतापनगर थानाधिकारी मनजीतसिंह, हैड कांस्टेबल पर्वतसिंह एवं कांस्टेबल धर्मेन्द्र कुमार को शामिल किया। इसके लिए तीन बार मुम्बुई टीम भेजी गई। मुम्बई के नाला सोपारा इलाके से आजम के गतिविधियां संचालित करने की जानकारी सामने आई।
गत दिनों आजम पर राज्यर के डीजीपी ने इनाम की राशि बढ़ाकर 50 हजार रुपए कर दी थी। बढ़ते दबाव के कारण आजम ने खुद ही पेश होने की इच्छा भी जताई लेकिन पुलिस ने विधि सम्मत कार्रवाई करते हुए विभिन्न मामलों में आजम के खिलाफ अदालत से वारंट प्राप्त किया। उधर आजम ने खुद ही मुम्बई के सीबीआई ऑफिस में खुद को पेश कर दिया जहां से उदयपुर की पुलिस टीम उसे लेकर फ्लाईट से उदयपुर पहुंची। पुलिस ने उसे स्टैंडिंग वारंट के जरिये गिरफ्तार किया। आजम मुखर्जी चौक स्थित चूड़ीघरों का मोहल्ला निवासी है और धानमंडी थाने का हिस्ट्रीशीटर है। वह मार्बल व्य़वसायियों, उ़द्योगपतियों, प्रोपर्टी डीलरों को अपने साथियों के साथ फोन पर धमकाकर फिरौती वसूलने के मामले में भी वांछित था।
पुलिस अधीक्षक शर्मा ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि Ajam को गिरफ्तार करने में सीबीआई का भी सहयोग रहा। उससे रिमांड अवधि के दौरान उसका पूरा नेटवर्क खुलवाने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने आम जनता से अपील की कि किसी भी तरह की धमकियों से डरें नहीं, जो दबेगा, उसे और दबाया जाएगा इसलिए खुलकर सामने आएं और पुलिस की मदद लें, हरसंभव कानूनी सहायता की जाएगी। शर्मा ने कहा कि आजम के बाद अब रशीद को भी पकड़ने की तैयारी की जाएगी। दोनों ही उदयपुर के कुख्यात अपराधी हैं और दोनों पर 50-50 हजार रुपए का इनाम घोषित है। पत्रकार वार्ता में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक तेजराजसिंह, प्रतापनगर थानाधिकारी मनजीतसिंह भी मौजूद थे।