आदिवासी के नाम पर पैर जमाने की कवायद
Udaipur. अपने चिर परिचित तरीके से हर बार आदिवासी बहुल उदयपुर संभाग में अपने पैर जमाने की कवायद में लगे दौसा सांसद किरोड़ीलाल मीणा बुधवार को वापस अचानक उदयपुर आ धमके और हजारों आदिवासियों के साथ रैली निकालकर सड़क सुरक्षा सप्ताह के पहले ही दिन धज्जियां उड़ा दी। संभागीय आयुक्त कार्यालय के बाहर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर बैठ गए।
बताया गया कि सांसद मीणा मंगलवार रात ही उदयपुर आ चुके थे और आरटीडीसी होटल कजरी में रुके थे। रात में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को जानकारी मिलने पर उन पर विशेष चौकसी रखी गई थी। सुबह मीणा शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए टाउनहॉल पहुंचे। कुछ ही देर बाद वहां बसों और जीपों में भरकर सैकड़ों समर्थक पहुंच गए। एक ही स्थान पर एकत्र होकर ढोल नगाडे़ बजाने शुरू कर दिए।
वहां से विशाल रैली रवाना हुई जो बापू बाजार, बैंक तिराहा, देहलीगेट, कोर्ट चौराहा, चेटक सर्किल होते हुए संभागीय आयुक्त कार्यालय पहुंची। वहां किरोड़ी समर्थकों के साथ जमकर बैठ गए। उनके साथ समर्थक भी सड़क पर ही बैठ गए। मीणा ने कहा कि उन्होंटने दौसा में रहते हुए ही मांगों से आयुक्त को अवगत करा दिया था। आने की जानकारी भी आयुक्त को फोन पर दे दी थी।
तीसरा मोर्चा जल्द ही : मीणा ने बातचीत में कहा कि जल्द ही तीसरे मोर्चे का गठन किया जाएगा। उन्होंने इसमें नंदलाल मीणा और कटारिया के शामिल होने का भी दावा किया। मीणा ने कहा कि पूरे संभाग प्रतापगढ़, बांसवाड़ा, डूंगरपुर और उदयपुर के आदिवासी क्षेत्रों से लोग अपनी मांगों को लेकर आए हैं। इनमें मुख्य रूप से आदिवासियों को वन भूमि पर हक देना, पुनर्वास की व्यवस्था करवाना, टीएडी की विभिन्न मांगें शामिल हैं। साथ ही पूर्व में कलक्ट्रेट परिसर में दिए गए धरने की समस्याओं पर भी विशेष कार्रवाई नहीं हुई है।
मोर्चे में कटारिया के आने की बात पर उनसे जब पूछा गया कि कटारिया ने तो पार्टी लाइन पर चलने और निर्देशों को मानने की बात कही है। इस पर मीणा ने कहा कि कटारिया झूठ बोलता है। उसने अपनी सभा में वसुंधरा की खिलाफत की थी।