udaipur. तपोगच्छ की उद्गम स्थली आयड़ तीर्थ पर भगवान महावीर स्वामी जिनालय एवं जिनबिम्बों, गुरु बिम्बों, शासन रक्षक देव-देवियों की भव्य प्रतिष्ठा का अष्टाहनिका महोत्सव की तैयारियां जोर-शोर से चल रही है।
महासभा अध्यक्ष तेज सिंह बोल्या ने बताया कि श्री जैन श्वेताम्बर महासभा के तत्वावधान में शान्तिदूत आचार्य नित्यानंद सूरिश्वर जी एवं पैंतालिसवें वर्षीतप के तपस्वी आचार्य वसंत विजय सूरिश्वर जी की निश्रा में आयड़ तीर्थ पर भगवान महावीर स्वामी का नवनिर्मित मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां युद्धस्तर पर चल रही है। प्रतिष्ठा को लेकर विभिन्न समितियों का गठन किया गया है, सभी समितियां अपने-अपने कार्य को अंतिम रूप देने में जुटी हुई है। उन्होंने बताया कि प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर मंदिर एवं प्रांगण में आकर्षक पुष्प सज्जा के लिए भीनमाल से दक्ष कलाकारों को बुलाया गया है जो मंदिर को दुल्हन की तरह सजाएंगे व सवारेंगे।
महासभा के मंत्री कुलदीप नाहर ने बताया कि 7 से 14 फरवरी तक होने वाली प्रतिष्ठा के निमित्त प्रतिदिन भगवान की आकर्षक अंगरचना की जाएगी। अंगरचना के लिए पाली से कलाकार आ रहे है जो प्रतिदिन भगवान की हीरे-जवाहरात की आंगी करेंगे साथ ही उदयपुर के सुधीर चावत की टीम द्वारा आकर्षक शामियाना सज्जा की जाएगी। प्रतिदिन होने वाली पूजा के लिए अहमदाबाद से विधिकारक आएंगे और प्रतिदिन रात्रि में प्रभु भक्ति के लिए अहमदाबाद से ही मदन भाई का आर्केस्ट्रा गु्रप आ रहा है। जो प्रतिदिन भक्ति रस बिखेरेगा और दोपहर में प्रतिष्ठा महोत्सव के दौरान भी संगीत की स्वर लहेरियां बिखेरेगा।
कार्यक्रम संयोजक किरणमल सावनसुखा ने बताया कि 7 फरवरी को स्नात्र पूजा एवं पंचकल्याणक पूजा, 8 को कुंभ दीपक स्थापना के साथ ज्वार रोपण एवं 10 दिग्पाल नवग्रह अष्ट मंगल पाटला पूजन के कार्यक्रम होंगे। 9 को नवाणु प्रकार की पूजा आयोजित की जाएगी। 10 फरवरी को आचार्यश्री का अशोक नगर रोड़ नं. 18 से प्रात: 9 बजे गाजे-बाजे व चतुर्विध संघ के साथ आयड़ तीर्थ पर प्रवेश होगा। तत्पश्चात मंगल प्रवचन एवं सकल मूर्तिपूजन समाज का स्वामी वात्सल्य होगा। इसी दिन दोपहर में नवपद पूजा का आयोजन भी होगा। 11 को प्रतिष्ठा महोत्सव का भव्य वरघोड़ा एवं दीक्षार्थी निशा बहन का वर्षीदान वरघोड़ा आयड़ तीर्थ से रवाना होकर विभिन्न मार्गों से होता हुआ पुन: आयड़ तीर्थ पर सम्पन्न होगा, जहां पर प्रतिष्ठा महोत्सव के चढ़ावे होंगे। तत्पश्चात दोपहर को स्वामी वात्सल्य एवं पंच कल्याणक पूजा होगी। 12 को आचार्य श्री के सानिध्य में प्रात: 7 से 12 बजे तक संक्रान्ति महोत्सव का आयोजन होगा, दोपहर को स्वामी वात्सल्य और विजय मुहूर्त में 18 अभिषेक होंगे, 13 फरवरी को प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन एवं स्वामी वात्सल्य का आयोजन होगा अष्टाहनिका प्रतिष्ठा महोत्सव का समापन 14 फरवरी को द्वार उद्घाटन से होगा।