कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन
Udaipur. जब थाने भी सुरक्षित नहीं रहे तो आम जगह का क्या कहें। ऐसा ही कुछ हुआ जिले के ऋषभदेव थाने में जहां के एक कांस्टेरबल ने वहीं की महिला कांस्टेबल की नाबालिग पुत्री के साथ दुष्कर्म कर दिया। जानकारी मिलने पर मौके पर पुलिस अधीक्षक व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पहुंचे। पुलिस ने दुष्कर्मी और उसमें सहयोग करने वाले दोनों पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार यहां एक महिला कांस्टेबल कार्यरत है। इसे थाना परिसर में ही क्वार्टर मिला हुआ है। थाने में किशोरसिंह व भीमसिंह नामक कांस्टेरबल भी कार्यरत हैं। महिला कांस्टेबल की 14 वर्षीया पुत्री भी उसके साथ रहती है। किशोरसिंह के क्वार्टर पर गत रात्रि इस किशोरी को बुलाया गया जहां आरोपी कांस्टे बल भीमसिंह पहुंचा। किशोरसिंह क्वार्टर के बाहर ही खड़ा रहा। देर रात तक किशोरी के घर नहीं पहुंचने पर उसकी मां ने सब जगह पूछा लेकिन सभी ने मना कर दिया। उसने थाने के स्टाफ से भी पूछताछ की लेकिन कुछ पता नहीं चला। उसने जोर जोर से हल्ला किया तो क्वार्टरों में रहने वाले सभी बाहर निकल आए। इस दौरान किशोरी भी किशोरसिंह के क्वार्टर से निकली और अपने घर चली गई। वहां महिला कांस्टेबल ने उससे पूछा तो पुत्री ने बहाने से बुलाने और दुष्कर्म करने का आरोप लगाया। इसके बाद महिला कांस्टेबल ने तत्काल थानाधिकारी को सूचना दी जहां से एसपी और एएसपी के पास सूचना पहुंची। एसपी हरिप्रसाद शर्मा ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। दोनों कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया गया है।
जनवादी मजदूर यूनियन के सचिव जयंतीलाल मीणा ने दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध तत्काल चालान पेश कर कड़ी सजा दिलाने की कार्यवाही सुनिश्चित करने की मांग की है। मीणा ने बताया कि जनजाति क्षेत्र में साधारणत: पुलिस थानों में महिलाओं के मामलों को संवेदनशीलता के साथ दर्ज नहीं किया जाता है।