Udaipur. पोप के प्रतिनिधि महाधर्माध्यक्ष सल्वातोरे पेनाचियो के सान्निध्यक में उदयपुर कैथोलिक समाज के नए बिशप के रूप में देवप्रसाद गणावा को बिशप के रूप में प्रतिष्ठापन कराया गया। कार्यक्रम सेंट पॉल्स स्कू ल परिसर में हुआ।
महाधर्माध्यक्ष पेनाचियो ने कहा कि मैं पोप के प्रतिनिधि के रूप में उदयपुर धर्मप्रांत के समर्थकों को पोप बेनेडिक्ट सोलहवें की तरफ से आशीष व शुभकामनाएं देता हूं। मैं बिशप जोसफ पतालिल का आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने 28 वर्ष तक इस धर्मप्रांत की कमान संभाली। इससे पूर्व बिशप गणावा को फातिमा केथेड्रल से सुबह 10.30 बजे जुलूस के रूप में सेंटपॉल स्कूल परिसर स्थित समारोह स्थल पर लाया गया। जुलूस में विभिन्न प्रांतों से आए हुए पुरोहित व धर्माध्यक्ष शामिल थे। मंच पर सभी का पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया। सेवानिवृत्त बिशप जोसफ पतालिल ने उदयपुर धर्मप्रांत के बारे में जानकारी दी। इसी क्रम में पोप द्वारा भेजे गये आदेश-पत्र की जानकारी ली गई। फादर एंड्रयू द्वारा आदेश पत्र लाया गया जिसे वेटिकन के भारत में नियुक्त राष्ट्रदूत के सचिव मोन्सियूर रोमानस मेबेना द्वारा लेटिन भाषा में पढ़ा गया। इसका बाद में हिन्दी में रूपांतरण किया गया।
इसके बाद बिशप गणावा को अगुवाई के अधिकार के रूप में दण्ड (क्रोसियर) प्रदान किया गया। इसके बाद प्रतिष्ठापना की रस्म पूरी हुई तथा मंच पर उपस्थित सभी धर्माध्यक्षों ने बिशप गणावा को बधाइयां प्रेषित की। उदयपुर धर्मप्रांत के सभी पुरोहितगणों ने आज्ञापालन की शपथ ली। इसके बाद धार्मिक अनुष्ठान की रस्म हुई। इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम व अभिनंदन समारोह हुआ। विशिष्ट अतिथियों का विभिन्न सामाजिक संगठनों एवं समाजजनों द्वारा साफा पहना कर अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संभागीय आयुक्त सुबोध अग्रवाल ने मिशनरियों के सामाजिक कार्यों की प्रशंसा की। बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश कर अतिथियों का मनोरंजन किया। इस अवसर पर वरिष्ठ नेता भानुकुमार शास्त्री तथा उदयपुर संभाग के सभी धर्मों के जनप्रतिनिधि मौजूद थे।