धूमधाम से किया दशामाता का पूजन
Udaipur. सुख व समृद्घि की कामना को लेकर सुहागिनों ने शुक्रवार को दशामाता पर्व धूमधाम से मनाया। इस दौरान पूजा स्थघलों पर महिलाओं की सुबह से कतारें लग गईं। महिलाओं ने सुबह पूजा अर्चना कर व्रत रखे। शाम को माताजी को भोग लगाकर गले में वेल धारण करेंगी।
दशामाता पूजन के तहत पूजा के बाद सास बहुओं को गांठ लगी हुई वेल देती है। बहु वे गांठें खोलकर ही पानी पी सकती है। सुबह से निर्जल रहकर पूजा करने के बाद सास द्वारा दी गई वेल में लगी गांठें खोलने में नई बहुओं को काफी परेशानी हुई लेकिन अंतत: पति और सास की मदद से गांठें खोलकर पानी पीया।
होली से शुरू हुए त्योरहारों में आज दशामाता पर्व धूमधाम से मनाया गया। लाल-गुलाबी रंग की पारंपरिक चुनड़ी और पीलिये में सज धजकर हाथों में थाल लिए पूजा स्थधलों पर महिलाएं गीत गाती हुई पहुंची। सास अपनी बहुओं के साथ आई और श्रद्धा से पीपल के पेड़ की कुमकुम, अक्षत, पुष्पअ आदि से पूजा की। फिर माताजी को आटे से बने आभूषण अर्पित किए। गीत गाते हुए पीपल की परिक्रमा की और सूत के धागे को पीपल के चारों ओर लपेटा। फिर पथवारी पूजन भी किया। घर में भोजन में चावल, लप्सीो, कड़ी का माताजी को भोग लगाकर ग्रहण किया।