स्ट्रॉसबर्ग एवं उदयपुर के बीच समझौते पर अग्रिम कार्रवाई
udaipur. फ्रांस के शहर स्ट्रॉसबर्ग एवं उदयपुर शहर के अध्यात्म शोध की कड़ी में हाल ही में स्ट्रॉसबर्ग प्रशासन ने वहां के एक मशहूर फोटोग्राफर को उदयपुर भेजकर यहां के मंदिरों के फोटोग्राफ्स खिंचवाए हैं जबकि उदयपुर की फोटोग्राफर अनुराधा सरूप महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन उदयपुर के सहयोग से स्ट्रॉसबर्ग में इन दिनों इसी विषय पर फोटोग्राफी कर रही है।
उल्लेखनीय है कि फ्रांस के शहर स्ट्रॉसबर्ग की यातायात, ऐतिहासिक धरोहर के रखरखाव, साफ-सफाई एवं जल निकासी की बेहतरीन कार्यप्रणाली विश्व भर में प्रसिद्ध है। महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन उदयपुर के अध्यक्ष एवं प्रबंध न्यासी श्रीजी अरविंद सिंह मेवाड़ द्वारा वर्ष 2006 में देखी गई दूरगामी सोच के फलस्वरूप एक वृहद कार्यप्रणाली बनाई गई। जिसके तहत वर्ष 2011 में स्ट्रॉसबर्ग एवं उदयपुर की स्थानीय निकायों के बीच एक ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। जिसके तहत दोनों ही प्रांतों के जनप्रतिनिधियों ने एक-दूसरे के यहां जाकर अध्ययन किया एवं उपरोक्त क्षेत्रों में विकास पर सर्वे किया।
इसके बाद उदयपुर शहर के शैक्षिक भ्रमण पर आए स्ट्रॉसबर्ग के 18 प्रतिनिधियों ने दस दिन से अधिक दिनों तक शहर में रहकर यहां के घाट, गलियां, सडक़ों, गोखड़ों, चौबारों का अध्ययन किया। फाउण्डेशन द्वारा गत दिनों दरबार हॉल में आयोजित कार्यशाला में स्ट्रॉसबर्ग के प्रतिनिधियों ने एक तकनीकी सर्वे रिपोर्ट बनाकर समस्त प्रतिनिधियों को अपने अध्ययन से अवगत कराया था।
इसी चरण में आगे स्ट्रॉसबर्ग एवं उदयपुर शहर के जनप्रतिनिधियों ने एक-दूसरे के यहां जीवंत अध्यात्म विषय पर सर्वे करवाने का प्रस्ताव पारित किया। महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन उदयपुर के उपसचिव डॉ. मयंक गुप्ता ने बताया कि स्ट्रॉसबर्ग से आए फोटोग्राफर अल्बर्ट हूबर ने शहर के मंदिरों, गिरजाघरों, मस्जिदों आदि के फोटोग्राफ खींचे हैं। इसकी प्रदर्शनी स्ट्रॉसबर्ग में उदयपुर की फोटोग्राफर अनुराधा सरूप द्वारा खींचे गए फोटो के साथ लगाई जाएगी। साथ ही इस वर्ष अक्टूबर माह में दोनों के फोटो की प्रदर्शनी फाउण्डेशन द्वारा सिटी पैलेस में लगवाई जाएगी। इस कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य दोनों जगहों के जीवंत अध्यात्म को समझना-परखना है।