भटनागर समिति की रिपोर्ट व आदेशों से कर्मचारी आक्रोशित
Udaipur. राज्य सरकार द्वारा भटनागर समिति की रिपोर्ट के आधार पर जारी आदेशों में कोई लाभ नहीं होने के विरोध में आक्रोशित सहायक एवं मंत्रालयिक कर्मचारियों ने सूरजपोल चौराहे पर रिपोर्ट एवं उस पर जारी आदेशों की होली जलाई।
शिक्षा विभागीय कर्मचारी समन्वय समिति के अध्यक्ष अनिल पालीवाल एवं राजस्थान सहायक कर्मचारी परिषद के अध्यक्ष कमल प्रकाश बाबेल के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया। बाबेल ने बताया कि लम्बे समय से सहायक एवं मंत्रालयिक कर्मचारी राज्य सरकार से केन्द्र के समान छठा वेतन आयोग लागु करने एवं उसमें रही विसंगतियों को दूर करने की मांग कर रहे थे लेकिन उसके बावजूद भी राज्य सरकार द्वारा भटनागर समिति की रिपोर्ट के आधार पर जारी आदेशों में अल्पवेतन भोगी सहायक एवं मंत्रालयिक कर्मचारियों को किसी भी प्रकार का न तो लाभ दिया और न ही वेतन विसंगति दूर की गई। इसे लेकर आक्रोशित कर्मचारियों ने कर्मचारी तिराहे पर एकत्रित होकर रैली के रूप में नारेबाजी करते हुए सूरजपोल चौराहे पर पहुंचकर भटनागर समिति की रिपोर्ट और उस पर जारी आदेशों की होली जलाई।
सभा को सम्बोधित करते हुए कर्मचारी नेता गजेन्द्रसिंह चौहान, राजेन्द्र सालवी, शूरवीरसिंह, नरेश चौबीसा, नरेन्द्रसिंह सिसोदिया, दिलीपसिंह राणा, राधाकिशन, गोपाल वर्मा, चन्द्रप्रकाश साहू, राजेन्द्र श्रीमाली, शान्तादेवी, यशोदा कंवर आदि ने कहा कि मंत्रालयिक कर्मचारियों का वेतनमान आज भी 20 वर्ष पूर्व के औसत के अनुसार ही है जबकि इन्ही के समकक्ष अन्य पदों के वेतनमान 3 गुना बढ़ गये है। साथ ही सहायक कर्मचारियों का वेतनमान 4750-7440 ही रखा गया है, जिसमें सामान्यतः हर सहायक कर्मचारी अधिकतम पर रूक रहा है जिससे उसे जीवनभर एक वेतनवद्वि का नुकसान उठाना पडेगा, यदि सरकार समय रहते कर्मचारियों के हित में निर्णय करते हुए वेतन विसंगतियों को दूर नहीं करती है तो आन्दोलन और तेज किया जायेगा, जिसका खामियाजा सरकार को भुगतना पडे़गा।