udaipur. मां भगवती की आराधना के पर्व नवरात्र पर हर ओर भक्तिमय माहौल बना हुआ है । गुरुवार को लोगों ने दुर्गा अष्टमी का पाठ कर शहर के प्रमुख सिद्धपीठों में मां के समक्ष शीश नवाकर आशीष लिया और मां की आराधना में लीन रहे।
शहर के सूरजपोल स्थित एक सौ पचास वर्ष पुराने कलिका माता के मंदिर में भी दुर्गा अष्टमी पर पुष्प और आभूषणों से मां का श्रृंगार किया गया जिसका दर्शन कर भक्तों ने मां से आत्मबल व मानसिक कुरीतियों का क्षय करने का आशीष मांगा। दुर्गा अष्टमी पर गुरुवार को सिर पर लाल चुनरी बांधे और मन में शांति का भाव लिए भारी संख्या में भक्त पहुंचे। लोगों ने मां के दिव्य स्वरूप का दर्शन कर उनसे स्वयं के कल्याण की कामना की। मां को रिझाने के लिए महिलाएं और पुरुष भजन कीर्तन में लीन रहे। सिद्धपीठ मां कलिका जी के द्वार पर लघु मेला भी लगा। दूर.दूर से आए भक्तों ने मां के पालने में पुष्प, नारियल, फल व चुनरी अर्पित करके उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। हर कोई मां के पालने में मत्था टेकने को व्याकुल नजर आया। मंदिर परिसर में हवन व भजन कीर्तन का सिलसिला देर रात तक चलता रहा।
आभूषणों से श्रृंगार : सिद्धपीठ मां कलिका जी मंदिर में दर्शन.पूजन के लिए भक्तों का तांता लगा रहा। लोगों ने मां के दिव्य स्वरूप का दर्शन.पूजन कर स्वयं के कल्याण की कामना की। मां का भव्य श्रृंगार किया गया। मां का दरबार भक्तों के जयकारों से गुंजायमान रहा। सुबह और शाम को पुजारी उदयलाल गर्ग और पुष्कर गर्ग के नेतृत्व में मां की आरती उतारी गई।
माता का भंडारा रविवार को : कलिका माता मंदिर समिति की और से रविवार को भंडारे का आयोजन किया जायेगा जिसमे सभी भक्त गण माता के दरबार में आकर प्रसाद ग्रहण करेंगे मंदिर प्रागंण में भंडारे की मकबूल व्यवस्था की गई है।