udaipur. रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3050 के प्रान्तपाल आशीष देसाई ने कहा कि रोटरी अन्तर्राष्ट्रीय द्वारा अब पोलियो उन्मूलन के बाद विश्व में आर्थिक एवं सामुदायिक विकास, सौहार्धपूर्ण वातावरण का निर्माण, बीमारी की रोकथाम व उपचार, जल व स्वच्छता, मातृत्व व बाल स्वास्थ्य व बुनियादी शिक्षा एंव साक्षरता पर कार्य करते हुए विश्व के लाखों जरूरतमंदों तक पहुंच कर उनकी सेवा सुश्रुषा करने में तन-मन-धन से लगा है।
यह कार्य विश्व में अपने करीब साढ़े बारह लाख सदस्यों के जरिये ही संभव हो पा रहा है। वे आज रोटरी क्लब उदयपुर द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता में बोल रहे थे। उन्होनें कहा कि रोटरी प्रारम्भ से ही शांति का पक्षधर रहा है और आज भी वह विश्व के अंशात क्षेत्रों में शांति बहाल करने की अपील करता है। रोटरी अन्तर्राष्ट्रीय विश्व में निरक्षर लागों को साक्षर करने व बच्चों को बुनियादी शिक्षा देने की पुरजोर कोशिश कर हरा है और इसें वह काफी हद तक सफल भी रहा है।
उन्होंने कहा कि रोटरी अन्तर्राष्ट्रीय यही चाहता है कि पूरा विश्व निरोगी रहे और और इसमें अपनी आय का काफी कुछ हिस्सा इस मद में खर्च कर रहा है ताकि व्यक्ति निरोगी रहेगा तो उसका देश भी निरोगी रह कर विकास की राह पर आगे बढ़ता रहेगा।
इस अवसर पर पूर्व प्रांतपाल निर्मल सिंघवी ने बताया कि रोटरी क्लब उदयपुर ने पिछले 9 माह में अभूतपूर्व सेवा कार्य किए। शेष तीन माह में क्लब और सेवा कार्य कर पीडि़तों, असहायों एंव जरूरतमंदो की सेवा करेगा। उन्होने बताया कि क्लब ने जनहित में रोटरी गहन चल चिकित्सा इकाई का शुभारम्भ कर पीडि़तो को लाभ पहुंचाने का प्रयास किया है।
सिंघवी ने बताया कि रोटरी क्लब उदयपुर ने मेचिंग ग्रान्ट के सहयोग से मल्लाहतलाई क्षेत्र में रोटरी व्यावसायिक प्रशिक्षण केन्द्र की स्थापना की। इस वर्ष डिस्ट्रिक्ट कॉन्फ्रेन्स का आयोजन कर डिस्ट्रिक्ट में अपनी एक योग्यता साबित की है। क्लब ने इस वर्ष गोद लिये गये निकटवर्ती गांव धार में विकास की धारा बहायी है। इस गांव में क्लब ने बालिकाओं के लिए 3 टॉयलेट का निर्माण,पीने के लिए धार गांव सहित अन्य 4 स्थानों पर शुद्ध जल संयंत्र की स्थापना की। सहायक प्रान्तपाल रमेश चौधरी ने बताया कि रोटरी अन्तर्राष्ट्रीय के अध्यक्ष साकुजी तनाका की थीम शांति के जरिये सेवा को रोटरी ने अक्षरश: साबित किया है। शांति के जरिये ही घर, परिवार, शहर, राज्य, राष्ट्र व विश्व में शांति स्थापित की जा सकती है। अंत में सचिव ओ. पी. सहलोत ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।