धूमधाम से मनाई रामनवमी
Udaipur. शहर में चैत्र नवरात्रा के तहत रामनवमी पर शुक्रवार को विविध कार्यक्रम हुए। शक्तिपीठों पर श्रद्धालुओं की खासी भीड़ रही। दोपहर में आतिशी धमाकों व घडि़यालों-घंटों के नाद के दौरान भगवान श्रीराम का जन्मन हुआ। रामायण, हनुमान चालीसा, रामचरितमानस के पाठ हुए।
शहर के विभिन्न मंदिरों पंचदेवरिया स्थित बालाजी मंदिर, चांदपोल स्थित रघुनाथद्वारा सहित अन्यक में श्रीराम, जानकी, लक्ष्मलण व हनुमानजी की प्रतिमाओं का विशेष श्रृंगार किया गया। नवरात्रा के तहत पहले दिन से चल रहे अखंड पाठ का समापन आज हुआ। हवन की पूर्णाहुति भी हुई। कई जगह रामनवमी पर नौ कन्याओं को दैवी स्वरूप मानकर पूजन के साथ भोजन कराया गया।
नारायण सेवा संस्थान के तत्वावधान में शुक्रवार शाम संस्थापक कैलाश मानव के सान्निध्य में भक्तिपरक झांकियों व कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। मानव ने कहा कि जब-जब धर्म की हानि होती है, तब परमात्मा अवतरित होते है। श्री राम का अवतरण भी इसी उद्देश्य से हुआ था। उन्होंने रामराज्य की स्थापना समाज में सुख-शान्ति और समृद्धि की स्थापना की।
आलोक संस्थान हिरण मगरी स्थित श्रीराम मन्दिर में दोपहर ठीक 12 बजे 21 तोपों की सलामी के साथ भगवान श्रीराम का जन्म हुआ। इस अवसर पर आलोक संस्थान के संस्थापक चेयरमैन श्याामलाल कुमावत, निदेशक डॉ. प्रदीप कुमावत, राजसमन्द शाखा के प्रशासक मनोज कुमावत एवं आलोक संस्थान के तकनीकी निदेशक निश्चंय कुमावत तथा सभी भक्तजनों ने साथ महाआरती में भाग लिया। रामचरितमानस का सस्वर पाठ सम्पन्न हुआ। भगवान श्रीराम दरबार की विषेश रूप से झांकी सजाई गई तथा भगवान श्रीराम को झूले में झूलाया गया। भक्तजनों को प्रसाद वितरण किया गया। आतिशबाजी की गई तथा पूरे दिन भजन एवं रामधुन चली।