Udaipur. मानसी भक्ति मण्डल के तत्वावधान में ‘शगुन के गीत’ की कार्यशाला का आयोजन होटल विष्णुप्रिया में किया गया। ‘शगुन के गीत’ की लेखिका ने शुभविवाह के अवसर पर गाये जाने वाले गणपति वंदना, मेहंदी, वीरा, चाकपूजन, बना-बनी के गीत सिखाए गए।
आज जहां पष्चिमी सभ्यता की चकाचौंध में हमारे समाज की महिलाएं दिशा विमुख हो रही हैं, ऐसे में हम अपनी सभ्यता एवं संस्कृति की नयी पीढ़ी को जानकारी दें। सभी बहिनों ने उत्साह एवं लगन से गीतों को दोहराया। मण्डल की कोषाध्यक्ष रेखा कोठारी ने ‘कौन होगी भाग्यशाली बनड़ी’ नामक प्रतियोगिता कराई, जिसमें प्रथम, द्वितीय, तृतीय क्रमश: मंजू एन. कोठारी, मनीषा पोरवाल एवं कांता खिमावत, तृतीय तनुश्री पोरवाल रहीं। सभी बहनें फिरोजी परिधान में पधारी थीं। आरम्भ मंगलाचरण ‘‘त्रिशला रो जायोड़ो इण दूनिया में जादू करग्यो’’ से हुआ। मंगलाचरण डिम्पल सिंघटवाडिया, शीला धाकड़ व संगीता चपलोत ने किया था।