Udaipur. शहर के जाने-माने उद्योगपति एवं स्वतंत्रता सेनानी हुकमराज मेहता के पुत्र प्रफुल्ल मेहता का आकस्मिक निधन हो गया। उनका अंतिम यात्रा शनिवार सुबह 9 बजे आईजी निवास के सामने स्थित उनके निवास से निकलेगी। रानी रोड स्थित श्मशान में उनका अंतिम संस्कार होगा।
मृदुभाषी, संकोची स्वभाव, मिलनसार एवं आकर्षक व्यक्तित्व के धनी मेहता ने 9 वर्ष की अल्पायु में अपनी माता को खो दिया। पिता के स्वतंत्रता संग्राम में व्यस्त रहने के कारण बहन और अनुज का वे ही सहारा बने। मुश्किल हालात में नंबरदार स्कूल से अपनी पढ़ाई पूरी की। फिर आगे पढ़ाई के लिए केरल के कालीकट पहुंचे जहां से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त की। वहां से लौटकर कुछ समय आरएसएमएम में नौकरी की और फिर वापस यहां से कोयम्बटूर में नौकरी ज्वॉइन की जहां उन्होंने लम्बा समय गुजारा।
फिर लौटकर छोटे से व्यवसाय की शुरुआत की जो आज ड्रिलकॉन प्रा. लि. रूपी बरगद में परिवर्तित हो चुका है। आज यहां करीब 850 कर्मचारी कार्यरत हैं और कंपनी का वार्षिक टर्नओवर 150 करोड़ रुपए है। एस्कॉट्र्स, वोल्वो सहित कई अन्य नामी ब्रांड की डीलरशिप ड्रिलकॉन के पास है।
मेहता ने कंस्ट्रक्शन, माइनिंग एवं ट्रांसपोर्ट के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई। सामाजिक दायित्व निर्वहन से भी वे कभी पीछे नहीं रहे और रोटरी क्लब, यूसीसीआई सहित विभिन्न माइनिंग संस्थाओं से जुड़े रहे। पिता की प्रेरणा से ही उन्होंने रोड सेफ्टी पर एक पुस्तक भी लिखी। मेहता की पत्नी श्रीमती साधना ने भी बराबर उनका कदम कदम पर साथ दिया। उनके दोनों पुत्र गौरव एवं विक्रम व्यवसाय को संभाल रहे हैं। एक पुत्रवधू पेसिफिक डेंटल हॉस्पिटल में चिकित्सक हैं।