Udaipur. अक्षय तृतीया को उदयपुर के 461 वें स्थापना दिवस पर संस्थानपक महाराणा उदयसिंह की मूर्ति पर माल्यायर्पण एवं दीप प्रज्व लन किया गया वहीं इस दौरान उदयपुर के विकास पर भी चर्चा की गई।
कार्यक्रम नगर निगम, उदयपुर विचार मंच, लोक जन सेवा संस्थान, महाराणा प्रताप वरिष्ठ नागरिक संस्थान, सत्प्रेरणा परिषद, महाराणा प्रताप गाईड एसोसिएशन एवं नारायण सेवा संस्थान सहित विभिन्नय सामाजिक संस्थाओं एवं संगठनों के तत्वासवधान में हुआ। महापौर रजनी डांगी ने कहा कि उदयपुर शहर को हरा-भरा, सुन्दर व स्वच्छ बनाने का दायित्व हम सभी नगरवासियों का है। नगर परिषद के पूर्व सभापति रविन्द्र श्रीमाली ने कहा कि उदयपुर के हेरिटेज को सुरक्षित रखने के अच्छे प्रयास हो रहे है, उन्होंने विभिन्न पार्कों को गोद लेने के लिए स्थानीय संस्थाओं एवं संगठनों का हार्दिक आभार जताया। नगर निगम के आयुक्त सत्यनारायण आचार्य ने कहा कि अगले वर्ष हम चाहेंगे कि इस महोत्सव में उदयपुर के ऐतिहासिक स्वरूप दिया जाये। उन्होंने आश्वस्त किया कि निगम पूरा सहयोग करेगा।
आरम्भ में उदयपुर विकास मंच के संस्थापक महासचिव भंवर सेठ ने कहा कि समारोह को वर्ष 2003 से आयोजित किया जा रहा है। इस वर्ष नगर के प्रबुद्ध लोगों की कमेटी बनाकर अगले वर्ष कार्यक्रम को भव्य स्वरूप प्रदान किया जायेगा। नारायण सेवा संस्थान के पदाधिकारी ने कहा कि प्राकृतिक स्वरूप एवं पर्यावरण सुरक्षा के लिए संस्थान सदैव निगम के साथ है। भविष्य में भी उदयपुर हेरिटेज के लिए हमारा पूरा सहयोग रहेगा। लोकजन सेवा संस्थान के महासचिव जयकिशन चौबे ने पधारे हुए गणमान्यों का पगड़ी, उपरणा भेंट कर स्वागत किया। कर्ड संस्थान से दिलीपसिंह राठौड़ ने कहा कि उदयपुर की धरोहर को अक्षुण्ण बनाये रखने के लिए पूरे जन समुदाय इस समारोह का अंग बनाना चाहिए। महाराणा प्रताप एसोसिएशन के ओमप्रकाश राठौड़ ने उदयपुर के हेरिटेज व दरवाजों को सुरक्षित रखने का सुझाव दिया। पधारे हुए अतिथियों का अभिवादन एवं धन्यवाद आभार नगर निर्माण समिति के अध्यक्ष प्रेमसिंह शक्तावत ने ज्ञापित किया। स्थापना दिवस समारोह पर नगर निगम की ओर से मिष्ठान व चाय का वितरण किया गया। इस समारोह में गंगाराम जी, के. के. कुमावत, सत्यनारायण मोची, चन्द्रसिंह कोठारी महामंत्री, लोकेश त्रिवेदी, कुन्तीलाल जैन, अलका मूंदड़ा, ओम चित्तौड़ा आदि प्रबुद्धजनों एवं पार्षदगणों ने समारोह में उपस्थित दी।