Udaipur. राजस्थान प्रारम्भिक शिक्षा परिषद, वेदान्ता फाउण्डेशन एवं हिन्दुस्तान ज़िंक लि. के संयुक्त तत्वावधान में राज्य के 7 जिलों बांसवाडा, डूंगरपुर, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, भीलवाडा़, उदयपुर एवं भरतपुर) में वेदान्ता ई-शिक्षा परियोजना का संचालन हो रहा हैं। तीन वर्षों में इसकी प्रगति सम्बभन्धी ग्राम स्त र पर बैठकें हो रही हैं।
परियोजना के अन्तर्गत इन जिलों से कुल 482 विद्यालयों में कक्षा 6, 7 एवं 8 के बच्चों को कम्प्यूटर के माध्यम से शिक्षा ग्रहण करवाना, शिक्षकों को वर्ष में दो बार प्रशिक्षण देकर इस हेतु तैयार करना, बच्चों के नामांकन में वृद्धि करना, विषयों में बेहतर प्रदर्शन हेतु ई-कन्टेन्ट के प्रयोग से बच्चों में जागरूकता लाना, विद्यालय प्रबन्धन समिति की बैठकों में तकनीकि शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु ई शिक्षा को चर्चा में लाना, ग्राम स्तर पर आईटी जागरूकता कार्यक्रम चलाना, ग्रीष्मकालीन अवकाश में ग्राम स्तर पर कम्प्यूटर प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन करना, कार्यक्रम की निगरानी, कम्प्युटर विषय परीक्षा का आयोजन आदि कार्य किये गये हैं। परियोजना का यह तीसरा वर्ष एवं अन्तिम पड़ाव है।
परियोजना समन्वयक रवि सिंह बघेल ने बताया कि तीन वर्षों में परियोजना के अंतर्गत किए गये कार्यों का ब्यौरा एवं तकनीकि षिक्षा के महत्व पर ग्राम स्तर पर एवं एसएमसी स्तर पर बैठकों में बताया जा रहा हैं। सरकार द्वारा विद्यालयों में कम्प्यूटर स्थापित किये गये हैं, भविष्य में इन कम्प्यूटर के रखरखाव में ग्रामीण एवं एसएमसी अपने स्तर पर सहयोग दे एवं कम्प्यूटर शिक्षा कार्यक्रम सतत् संचालित रहे, ताकि कम्प्यूटर कार्यक्रम को बल मिले और बच्चे सतत् लाभान्वित होते रहें। इस हेतु समन्वयकों द्वारा ग्रामिणों से बैठकों में अपील की जा रही है। बैठकों में आगामी वर्ष हेतु कम्प्यूटर मय कक्ष के रखरखाव हेतु कार्य योजना तैयार की जा रही हैं जिसमें ग्रामीणों की सहमति मिल पा रही हैं। गत 5 दिनों में बांसवाडा के गढ़ी, भीलवाड़ा के माण्डल, चित्तोडगढ़ के कपासन, उदयपुर के भीण्डर, डूंगरपुर के आसपुर, तहसीलों के संबधित गावों में ई शिक्षा हेतु ग्राम स्तर पर बैठकों का आयोजन किया गया।