92 हजार के नोट बरामद
Udaipur. भूपालपुरा थाना पुलिस ने आंबा वेरी स्थित एक घर से नकली नोट छापने के उपकरण जब्ते कर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया वहीं इनसे 92 हजार 750 रुपए के अधिक नोट भी बरामद किए।
पुलिस अधीक्षक हरिप्रसाद शर्मा ने बताया कि आंबा वेरी स्थित इस घर में गिरोह के दो सदस्य कम्प्यूटर, स्कैनर, कलर प्रिंटर, पेपर शीट सहित अन्य उपकरण से नोट छापते थे। इनके दो अन्यक सहयोगी इन नोट को बाजार में चलाते थे। गिरोह का मुख्य सरगना आंबा वेरी (डबोक) निवासी रामलाल पुत्र फतेह लाल मेघवाल, भट्टियानी चौहट्टा निवासी चतरसिंह पुत्र बदनसिंह, बलीचा (गोवर्धन विलास) निवासी विष्णु पुत्र लहरीलाल खटीक और लक्ष्मणलाल पुत्र रतना गमेती को गिरफ्तार किया गया।
अब तक 12 लाख के चला दिए नोट : नकली नोट बनाने में ये चारों आरोपी करीब डेढ़ साल से सक्रिय थे। बताया गया कि सदस्यों ने अब तक करीब 12 लाख रुपए मूल्य के सौ, पांच सौ और हजार रुपए के नकली नोट बाजार में चला दिए। उन्होंवने बताया कि गिरोह का गोरखधंधा उदयपुर संभाग में चल रहा था। मुख्य आरोपी रामलाल फोटोग्राफी और कंप्यूटर डिजाइनिंग में माहिर है। वह असली नोट के हू-ब-हू प्रिंट निकाल लेता था। एक कागज पर सौ रुपए के तीन नोट स्कैन कर छापे जाते थे। असली नोट की तरह दिखने वाले नकली नोट में वाटर मार्क पर गांधीजी की एंबोज्ड इमेज नहीं दिखती थी। आरोपी लेजर प्रिंटर से नकली नोट पर चमकीली पट्टी भी ले आते थे। रात में नोटों की छपाई के बाद प्रिंट पेपर चतर सिंह के घर काटा जाता था। दोपहर में इन्हें बाजार में चलाया जाता। आरोपियों ने गोरखधंधे की शुरुआत में नकली नोट के व्यापार के लिए गुजरात के एक व्यक्ति से नकली नोट मंगवाए थे। इसमें इन्हें साठ हजार रुपए का नुकसान हुआ। इसके बाद यहीं पर इन्हों ने नकली नोट छापने शुरू कर दिए।
मेले में पहुंचा नकली नोट चलाने : गिरोह का सदस्य विष्णु खटीक नकली नोट चलाने बाजार में निकला था। वह बीएन कॉलेज ग्राउंड पर मेले में पहुंचा। एंट्री टिकट खरीदने के लिए उसने सौ रुपए का नोट थमाया। खिड़की वाले ने ध्याहन नहीं दिया और 80 रुपए वापस थमा दिए। उस दिन विष्णुा दो बार ओर पहुंचा और सौ सौ के नोट ही दिए। शाम को कलेक्श न के वक्त खिड़की वाले को तीन नोट नकली लगे। उसे तीन बार आने वाले विष्णु पर शक हुआ। उसने अगले दिन फिर विष्णुथ का इंतजार किया। बुधवार शाम आते ही खिड़की वाले ने पुलिस को इत्तला कर दी। उस समय विष्णु की जेब से सौ-सौ के छह नोट मिले। पूछताछ में उसने साथियों के नाम भी उगल दिए। अतिरिक्तव पुलिस अधीक्षक तेजराजसिंह एवं डिप्टीआ अनंत कुमार के नेतृत्वो में टीम गठित कर यह कार्रवाई की गई। टीम में थानाधिकारी सतीश मीणा, एसआई दयाराम, कांस्टेबल बनवारी, देवेन्द्र, गोवर्धन, संग्राम सिंह आदि शामिल थे।