स्वाभिमान की प्रतिमूर्ति थे प्रताप
Udaipur. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि महाराणा प्रताप का सम्पूर्ण जीवन ही अनुकरणीय है। त्याग, तपस्या, स्वतंत्रता के पुजारी महाराणा प्रताप स्वाभिमान की प्रतिमूर्ति थे। प्रताप की गाथा राजस्थान, भारत ही नहीं वरन् सम्पूर्ण विश्व में इनको याद किया जाता है। मुझे गर्व है कि मैं ऐसी वीर भूमि के राज्य का मुख्यमंत्री हूं।
वे यहां प्रताप जयंती पर मंगलवार को नगर निगम सभागार में मेवाड़ क्षत्रिय महासभा, नगर निगम तथा विभिन्नप सामाजिक संगठनों द्वारा आयोजित मुख्य् समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश के लिये अपना सर्वस्व न्योछावर करने वालों का धर्म ही देश सेवा व स्वाभिमान होता है। महापुरुष की प्रतिमाएं इसलिए लगाई जाती है ताकि हम इस प्रतिमा को देखकर उनके त्याग, बलिदान तथा उनके द्वारा किए गए कार्यों का हमें समय समय पर स्मरण होता रहे और हमारे युवाओं को इससे प्रेरणा मिलती रहे और आने वाली पीढियों को देश सेवा का सन्देश देती रहे। उन्होंने कहा कि मुझे जो मेवाडी़ पगडी़ पहनाई गई है, उसका मैं मान रखूंगा। महासभा के सहसंयोजक दिलीपसिंह बान्सी, विधानसभा अध्यक्ष दीपेन्द्रसिंह शेखावत, प्रतिपक्ष नेता गुलाबचन्द कटारिया आदि ने भी संबोधित किया।
ये थे उपस्थित- समारोह में जनजाति मंत्री महेन्द्र सिंह मालवीय, खेल मामलात मंत्री मांगीलाल गरासिया, सांसद रघुवीर सिंह मीणा, संसदीय सचिव गजेन्द्र सिंह शक्तावत, ग्रामीण विधायक सज्जन कटारा, बी.एन संस्थान के तेज सिंह बान्सी, समाज सेवी घनश्यामसिंह कृष्णावत, आयोग के अध्यक्ष आर. डी. जावा, भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश भट्ट, कार्यक्रम संयोजक प्रेमसिंह शक्तावत सहित अनेक राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता उपस्थित थे।
अतिथियों का स्वागत- नगर निगम बनने के बाद पहली बार नगर निगम परिसर आये मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का स्वागत एवं अभिनन्दन महापौर रजनी डांगी, प्रतिपक्ष नेता दिनेश श्रीमाली तथा सभी पार्षद ने किया।
प्रताप सम्मान – वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप तथा उनके जीवन चरित्र पर विशेष कार्य करने वाले पांच व्यक्तियों का सम्मान किया गया जिनमें आलोक संस्थान के डॉ. प्रदीप कुमावत, इतिहास विद् – डॉ. के.एस. गुप्ता, शिक्षक नेता – शेर सिंह चौहान, अजमेर विद्युत वितरण निगम उदयपुर के मुख्य अभियन्ता बचेट राणावत, तथा किक बॉक्सिंग में स्वर्ण पदक विजेता आदित्य सिंह शेखावत को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सम्मान किया ।
ये की घोषणाएं : गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार शीघ्र ही शिक्षा जगत में दान देने वाले व्यक्तियों का सम्मान करेगी। मेवाड़ काम्पलेक्स योजना के तहत महाराणा प्रताप से जुडे़ प्रमुख स्थल (टयूरिज्म ) योजना को राज्य सरकार शीघ्र पूरी करेगी।