अगला चातुर्मास भीलवाड़ा में
श्रुत पंचमी पर निकाली जिनवाणी शोभायात्रा
Udaipur. आचार्य सुकुमालनंदी अगले चातुर्मास के लिए ससंघ (9 पिच्छी ) 16 जून रविवार को विहार करेंगे। उनका अगला चातुर्मास भीलवाड़ा में होगा। भीलवाड़ा से गत 11 वर्षों से निरंतर प्रतिवर्ष सकल जैन समाज उनके पास आ रहा थे।
आचार्य सुकुमालनन्दी ने हुमड़ भवन में आज पत्रकारों से बातचीत में बताया कि उदयपुर चातुर्मास के दौरान भी कई बार भीलवाड़ा के पंचों की ओर से श्रीफल अर्पित कर चातुर्मास की विनती की। आचार्य के अनुसार इस साल 35 गांव-शहरों से जैन समाज के प्रतिनिधियों ने उनके यहां चातुर्मास करने के लिए श्रीफल चढ़ाये। अन्तत: आचार्यश्री ने भीलवाड़ा में चातुर्मास करने की घोषणा की। भीलवाड़ा में चातुर्मास करने की घोषणा की खबर के बाद भीलवाड़ा सकल जैन समाज में धर्मलाभ लेने के लिए उत्साह का माहौल है।
14 जुलाई को भीलवाड़ा में प्रवेश : दिगम्बर जैन मन्दिर के अध्यक्ष शान्तिलाल नागदा ने बताया कि आचार्य के 21 वें वर्षायोग चातुर्मास के लिए भीलवाड़ा में मंगल प्रवेश 14 जुलाई रविवार सुबह 8 बजे होगा। इस अवसर पर हेलीकॉप्टर से आचार्यश्री पर पुष्प वर्षा एवं रत्न वृष्टि भी की जाएगी। चातुर्मास कलश स्थापना विधि 21 जुलाई को दोपहर में होगी।
श्रुत पंचमी महोत्सव : इससे पहले गुरुवार सुबह हुमड़ भवन में श्रुत पंचमी महोत्सव मनाया गया। इससे पूर्व हुमड़ भवन से आचार्यश्री सुकुमालनन्दी के सान्निध्य में शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा के साथ 24 जिनवाणी पालकी भी शामिल थीं। शोभायात्रा के पुन: हुमड़ भवन में पहुंचने के बाद पण्डित के मंत्रोच्चार के बीच मंगल कलश की स्थापना हुई और श्रुत पंचमी महोत्सव की विधियां सम्पन्न हुई। इस दौरान विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान हुए। इसमें इन्द्र-इन्द्राणियों सहित कई श्रद्धालुओं ने आहूतियां प्रदान की।