धार्मिक नैतिक संस्कार शिविर का समापन
Udaipur. संस्कृति व सभ्यता की सुरक्षा संस्कारों से ही संभव है। सुसंस्कारों से ही सभ्य समाज का निर्माण होता है। सही शिक्षा के साथ अच्छे संस्कार हो तो जीवन का चहुंमुखी विकास संभव है।
शिविर एक प्रयोगशाला है। शिविरों से बच्चों में संस्कार का उदय होता है। बाल्यकाल में जो संस्कार दिये जाते हैं, बडे़ होकर वही संस्कार बच्चे के विकास में सहायक सिद्ध होते हैं। ये विचार बुधवार को देवेन्द्र धाम में जैनाचार्य श्री देवेन्द्र महिला मंडल द्वारा आयोजित ग्या।रहवें दस दिवसीय ’धार्मिक नैतिक संस्कार’ शिविर के समापन पर विशिष्टव अतिथि जिला प्रमुख मधु मेहता ने व्यक्त किये।
उन्होंने कहा कि वकील की गलती पर एक व्यक्ति फांसी की सजा प्राप्त कर सकता है लेकिन माता-पिता व शिक्षक अगर बालक को संस्कार देने में गलती कर दे तो समाज, परिवार, राष्ट्र का विध्वंस हो सकता है। आवश्यकता है शिक्षकगण भविष्य निर्माण में चिन्तन व क्रिया को अपनाकर बालकों के भीतर चेतना जागरण के संस्कारों का शंखनाद करें।
मुख्य अतिथि महापौर रजनी डांगी ने बच्चों से अपने जीवन का लक्ष्य तय कर इसे संकल्प के साथ पूरा करने का प्रयास करने का आह्नान किया और बच्चों को जीवन में प्रामाणिकता, ईमानदारी, विनम्रता, शालीनता, सहिष्णुता को उतारने की प्रेरणा दी। इस मौके पर विष्णु शर्मा, डॉ. उदयचंद जैन एवं अन्य वक्ताओं ने बालकों की प्रतिभा को निखारने व धर्म में दक्ष बनाने के लिए जगह-जगह ऐसे शिविर आयोजित करने की आवश्यकता जताई।
महिला मंडल की अध्यक्ष सुधा भंडारी ने बताया कि मंडल द्वारा आयोजित दस शिविरों में 1400 से अधिक बच्चे लाभान्वित हो चुके हैं। शिविर में अनवरत उल्लेखनीय सेवाओं के लिए हीरालाल ममता रांका का विशेष सम्मान किया गया। शिविर में अशोक प्रेम जैन ने योग, धार्मिक अध्ययन व नैतिक संस्कारों का बीजारोपण परमेश्वर पोरवाल, राजकुमारी पोरवाल, रीतु नावेडिया, मीनू छाजेड, ललिता बाफना तथा शीतल जोशी ने नृत्य प्रशिक्षण, राजकुमार मेनारिया ने आत्मरक्षा व जूडो कराटे तथा सपना खत्री व नसीम खान ने ड्राईंग प्रशिक्षण दिया। महिला मंडल की मंत्री ममता रांका ने मंडल द्वारा वर्षभर में किए गए आयोजनों की जानकारी दी। शिविर में विभिन्न आयु के बच्चों ने समूह नृत्य, नाटक, कव्वाली आदि प्रस्तुत किये। मुख्य रुप से कर्मों की गति पर आधारित नाटक प्रस्तुत किया गया। बालकों ने शिविर संस्मरण सुनाए। समारोह में बच्चों को पुरस्कृत किया गया। संचालन रंजना मेहता ने किया। धन्यवाद ममता रांका ने दिया।
पांच असहाय परिवार गोद लिए : इस अवसर पर मंत्री ममता रांका ने जानकारी देते हुए बताया कि जैन समाज के असहाय, निर्धन जीवन व्यापन करने वाले 5 परिवार को इस वर्ष जैनाचार्य देवेन्द्र महिला मंडल ने गोद लिया जिसमें उन परिवारों को आर्थिक सहायता व अन्य भोजन साम्रगी प्रतिमाह उपलब्ध कराई जाएगी।