Udaipur. उदयपुर टैक्स बार एसोसिएशन एंव उदयपुर टैक्स बार चेरिटेबल सोसायटी के संयुक्त तवावधान में हुए शैक्षणिक कार्यक्रम में प्रमुख वक्ता जयपुर के सीए संदीप झंवर ने कहा कि अप्रवासी भारतीयों को प्रभावित करने वाले जितने भी प्रावधान है, वे सभी दोहरे कराधान सम्बंधी संधी के मद्देनजर समझे जाने चाहिए।
वर्तमान में भारत देश का तकरीबन 150 अन्य देशों से कराधान सम्बन्धीस करार है। यह करार ये सुनिश्चित करता हे कि एक ही आमदनी दो देशो मे से किस देश मे करयोग्य मानी जायेगी। उन्होंने यह भी बताया कि कोई भी आय अगर किसी व्यापार सम्बम्ध से हो और वो व्यापार भारत से किया जा रहा हो तो वह आय भारतीय प्रावधानो के तहत कर योग्य होगी। इसी कडी़ में अगर लाभांश किसी भारतीय कम्पनी द्वारा किसी अप्रवासी भारतीय को प्रदान किया जाता है, तब यह भी कर योग्य होगा।
उन्होंने बताया कि किन-किन पस्थितियों में कोई व्यक्ति अप्रवासी भारतीय कहलायेगा एंव उस पर क्या-क्या नियम लागू होंगे। शुरुआत मे संस्थान अध्यक्ष सीए वी एस नाहर ने झंवर का माल्यार्पण कर स्वागत किया। अध्यक्षता सीए डीएस बाबेल ने की। सचिव सुधीर मेहता ने बताया कि कार्यक्रम में सवा सौ से अधिक चार्टर्ड एकाउन्टेट व कर सलाहकार सदस्यों ने हिस्सा लिया। अंत मे उत्तराखण्ड त्रासदी के पीडि़तों के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। सीए रोहन मित्तल ने सदस्यो को धन्यवाद दिया।