पार्षदों के इस्तीफे आएं तो कर लें स्वीकार
उपमहापौर से मांगा जाएगा जवाब
उपमहापौर ने कहा, बताई थी समय समय पर मांगें
Udaipur. एक ओर जहां कांग्रेस ने निगम की महापौर से मनमर्जी से समितियां गठित करने को लेकर नैतिकता के आधार पर इस्तीफा मांगा वहीं शहर जिला भाजपा कोर कमेटी की बुधवार देर शाम खत्म हुई बैठक में महापौर को क्लीन चिट देते हुए उन्हें खुलकर कार्रवाई करने की छूट दी।
जानकारों के अनुसार कोर कमेटी की बैठक में उपमहापौर महेन्द्रसिंह शेखावत के गत दिनों किए गए आचरण को संगठन विरोधी करार देते हुए उनसे इस पर जवाब मांगने का निर्णय किया गया। शेखावत के आचरण को संगठन विरोधी तथा मर्यादा के विपरीत करार दिया गया। साथ ही पार्षद अर्चना शर्मा को भी नोटिस देकर जवाब मांगने का निर्णय किया गया। उधर समितियों के गठन को लेकर भाजपा पार्षदों के आने वाले इस्तीफे स्वीकार करने के महापौर रजनी डांगी को निर्देश दिए गए हैं।
इसके अतिरिक्त बैठक में उत्तराखण्ड पीडि़तों की सहायतार्थ पदाधिकारी अपने अपने क्षेत्रों में जनसहयोग से राहत सामग्री व राशि एकत्र करने का निर्णय भी किया गया। बैठक में शहर जिलाध्यक्ष दिनेश भट्ट, महापौर रजनी डांगी, पूर्व प्रदेश प्रतिनिधि प्रमोद सामर, लोकेश द्विवेदी, मांगीलाल जोशी, चन्द्ररसिंह कोठारी आदि मौजूद थे।
समय समय पर बताई थी मांगें : शेखावत
उधर उपमहापौर शेखावत ने कहा कि हमने प्री बोर्ड बैठक में भी अपनी मांगों से अवगत कराया था। साथ ही समय समय पर हर बार अपनी मांगों से अवगत कराते रहे हैं। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं कर सिर्फ टालमटोल और मनमर्जी की जाती रही है। यह सभी काम संगठन में विघटन पैदा करने के हैं। शहर जिलाध्यक्ष भट्ट पूर्व में उपाध्यक्ष थे तब उन्होंने टिकट को लेकर टैंट लगाकर धरना देने की चेतावनी दी थी। अमर्यादित आचरण वह था या यह है, वे अधिक जानते हैं।