हिन्दुस्तान जिंक ने किया चयन
उठाएगा यूनिफॉर्म, पुस्तक, शुल्क आदि का पूरा खर्च
Udaipur. वेदान्ता समूह की जस्ता-सीसा-चॉंदी उत्पादक कंपनी हिन्दुस्तान जिंक की रामपुरा आगूचा खान ने सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत आसपास के गांवों की 8 छात्राओं का उच्च शिक्षा के लिए वेदान्ता पी.जी. गर्ल्स कॉलेज रींगस में अध्ययन के लिए चयन किया है।
ये 8 छात्राएं आगूचा, कोठिया एवं हुरड़ा ग्राम पंचायत की निवासी है तथा इन्होंने बारहवीं कक्षा में 60 प्रतिशत से ज्यादा अंक प्राप्त किये हैं। आगूचा खान के स्थानीय ग्रामीण संसाधन केन्द्र द्वारा चयनित गरीबी रेखा से नीचे परिवार की ये छात्राएं तीन वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम में अध्ययन करेंगी। इससे पहले आगूचा माइन्स से 6 छात्राएं वेदान्ता पीजी कॉलेज में अध्ययन कर रही हैं। वे भी कार्यक्रम में उपस्थित थी। हिन्दुस्तान जिंक की जावर माइंस इकाई से 7 आदिवासी बालिकाओं को रिंगस स्थित वेदांता पीजी गर्ल्स कॉलेज में पढ़ाई के लिए भेजा जा रहा है। हिन्दुस्तान जिंक का प्रयास है कि इकाइयों के आसपास के गांवों की जनता ज्यादा से ज्यादा लाभान्वित हो। अब तक हिन्दुस्तान जिंक की सभी इकाइयों से लगभग 50 छात्राएं रींगस गर्ल्स कॉलेज में अध्ययन कर रही हैं।
हिन्दुस्तान जिंक के हेड कॅार्पोरेट कम्यूनिकेशन पवन कौशिक ने बताया कि छात्राओं के लिए हॉस्टल, शुल्क, यूनिफार्म व पुस्तकों की व्यवस्था हिन्दुस्तान जिंक करेगा। सामाजिक उत्तरदायित्व के अंतर्गत राजस्थान सरकार के सहयोग से ग्रामीण विकास एवं समाज उत्थान के लिए हिन्दुस्तान जिंक अनेक महती परियोजनाओं का निर्वहन कर रहा है जिससे इकाई के आसपास के गांवों के लोग लाभान्वित हो रहे हैं।
वेदान्ता समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल के दादाजी, स्व. लक्ष्मीनारायण अग्रवाल ने 1995 में सीकर जिले के रींगस क्षेत्र में महिलाओं में शिक्षा स्तर बढ़ाने के लिए इस महिला महाविद्यालय की स्थापना की थी। वर्तमान में यह वेदान्ता पीजी गर्ल्स कॉलेज के रूप में संचालित है। इस महिला महाविद्यालय में वाणिज्य, कला एवं विज्ञान तथा कम्प्यूटर विज्ञान संकायों में लगभग 65 गांवों के 2600 छात्राएं अध्ययनरत हैं।