पहली बार 12 विदेशी छात्र भी लेंगे भाग
Udaipur. जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्व विद्यालय का चतुर्थ दीक्षान्त समारोह बुधवार सुबह 11 बजे होगा। इसमें पहली बार विदेशी छात्र भी सम्मिलित होंगे। समारोह में 30 पीएचडी उपाधि धारक व 12 को स्वर्ण पदक से नवाजा जाएगा।
विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. प्रकाश शर्मा ने बताया कि प्रतापनगर स्थित विश्विविद्यालय के मुख्य प्रशासनिक भवन के कम्प्यूटर एवं आईटी सभागार में आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि उत्तराखण्ड टेक्नीकल विवि देहरादून के कुलपति प्रो. डी. एस. चौहान एवं सेक्रेट्री जनरल ए. आई. यू तथा हेमचन्द्राचार्य नॉर्थ गुजरात विवि पाटन के कुलपति डा. हेमिक्सा बेन राव विशिष्टई अतिथि होंगे। अध्यक्षता कुलाधिपति प्रो. भवानी शंकर गर्ग करेंगे। कमेटियों ने रविवार को तैयारियों को अन्तिम रूप दिया। उपाधि धारकों को विभिन्न औपचारिकता पूर्ण करने के लिये बुधवार सुबह 8.30 बजे मुख्य प्रशासनिक भवन में उपस्थिति देनी होगी जहॉ रजिस्ट्रेशन व गाउन वितरण भी होगा।
समृद्ध इतिहास –
कुलपति प्रो. एस. एस. सारंगदेवोत ने बताया कि राजस्थान विद्यापीठ की स्थापना उदयपुर में 1937 को रात्रिकालीन कक्षाओं के नाम से हुई। इन कक्षाओं का उद्देश्यर खेतीहर, मजदूर व नौकरी पेशा लोगों में शिक्षा का प्रचार प्रसार करना था। अब यह 50 संस्थाओं का वृहद संगठन बन चुका है जो कि शिक्षा के आयामों में यथा प्रौढ़ शिक्षा, अनौपचारिक शिक्षा प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा, उच्चतर शिक्षा, शिक्षण प्रशिक्षण, व्यावासायिक शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा, शोध कार्य, इंजीनियरिंग, एमबीए, आईटी एवं कम्प्यूटर, आर्कियोलोजी विभाग तथा शोध कार्य के क्षेत्र में उच्च शैक्षिक मापदण्डों के साथ कार्य कर रहा है।