112 विद्यालयों पर खर्च करेगा 3.75 करोड़ रुपए
भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़ एवं राजसमन्द जिले के 112 विद्यालयों को अपनाया
Udaipur. हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड राज्य सरकार के साथ मिलकर भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़ एवं राजसमंद जिले के 112 विद्यालयों की सूरत बदलेगा। इसमें आधारभूत बदलाव भी शामिल हैं। जिंक इन पर करीब 3.75 करोड़ रुपए खर्च करेगा।
इन 112 ग्रामीण सरकारी विद्यालयों में, 72 भीलवाड़ा से, 20 चित्तौड़गढ़ तथा 20 राजसमंद से शामिल हैं। कार्य पब्लिक-प्राईवेट पार्टनरशिप मॉडल के तहत पूरा किया जाएगा जिसमें बाऊण्ड्री वॉल का निर्माण, अतिरिक्त कक्षा-कक्षों का निर्माण, हैण्ड पम्प, शोचालयों का निर्माण, डेजर्ट कूलर, एग्जास्ट एवं सीलिंग पंखे तथा फर्नीचर, विद्यार्थियों के लिए स्कॉलरशिप एवं पुरस्कार, पौधारोपण, खेल के लिए प्ले ग्राऊण्ड का निर्माण, स्वच्छ पानी के लिए अतिरिक्त वाटर कनेक्शन तथा भवनों, फर्नीचर तथा अन्य आधारभूत सुविधाओं की देखभाल एवं रखरखाव आदि सम्मिलित हैं। इस कार्य को समय अनुसार पूरा करने के लिए पांच सदस्यों की एक समिति का गठन किया गया है जिसमें दो हिन्दुस्तान जिंक से, दो संबंधित विद्यालय से तथा एक प्रभारी जिला कलक्टर की ओर से नियुक्त किया गया है। हिन्दुस्तान जिंक आवश्ययकतानुसार कार्य के लिए प्रतिवर्ष सीधे बजट उपलब्ध करायेगा।
हिन्दुस्तान जिंक के हेड (कार्पोरेट कम्यूनिकेशन) पवन कौशिक ने बताया कि भीलवाड़ा जिले में यह कार्य पांच वर्ष में तथा चित्तौडगढ़ एवं राजसमन्द में तीन वर्ष में पूरा किया जाएगा। भीलवाड़ा तथा चित्तौड़गढ़ में कार्य प्रारंभ हो चुका है तथा राजसमन्द में कार्य शीघ्र ही प्रारंभ हो जाएगा। शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए गावों में बोर्ड की परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए, मूलतः जो छात्र नवीं, दसवीं, ग्यारवीं तथा बारहवीं कक्षा में, हैं, उनके लिए शिक्षा सम्बल कार्यक्रम के अन्तर्गत विशेष तौर पर कक्षाओं का आयोजन कर रहा है। गत पांच वर्षों में लगभग 50 स्कूलों के 1200 से अधिक विद्यार्थी शिक्षा सम्बल कार्यक्रम से लाभ उठा चुके हैं। हिन्दुस्तान जिंक भारत का एकमात्र एवं विश्व् का सबसे बड़ा एकीकृत जस्ता उत्पादक है तथा केन्द्र एवं राजस्थान सरकार के सहयोग से अनेकों सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों द्वारा गांवों में उन्नति एवं विकास ला रहा है।