Udaipur. शिक्षा उपनिदेशक (माध्यरमिक) की ओर से जारी पदोन्नति श्रृंखला की सूचियों में गंभीर असाध्य. बीमारी से पीडि़त विधवा, परित्यक्ता को भी दूरस्थ स्थापित किया गया है जो नियम विरुद्ध है।
यह आरोप राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय ने लगाया। संघ की आपात बैठक में कहा गया कि पातेय वेतन में पूर्व में कार्यरत पातेयवेतन द्वितीय वेतन श्रृंखला के वरिष्ठ अध्यापकों/ प्रधानाध्यापकों का उसी स्थान या ब्लॉक में रिक्त स्थान पर पदस्थापन नहीं कर उनके साथ अन्याय किया गया। कुछ ऐसे पद स्थापन भी किए गए हैं जिनमें जिला भी बदला गया है, जबकि सम्बन्धित जिले में उस विषय के पद रिक्त हैं। बैठक में प्रदेश उपाध्यक्ष प्रकाश वया ने बताया कि पदोन्नत होने वाले शिक्षकों की सूची नेट पर रविवार सायं को ही डालना था, लेकिन विभाग द्वारा ऐसा नहीं कर शिक्षकों को दिनभर इधर-उधर भटकने पर मजबूर किया। अविलम्ब इन सूचियों को नेट पर डाला जाए।
अध्यक्षता जिलाध्यक्ष भौमसिंह चुण्डावत ने की। बैठक में पूर्व जिलाध्यक्ष पुरुषोत्तम दवे, चन्द्रशेखर परसाई, बड़गांव के चंदनमल बागड़ी, बसन्तीलाल श्रीमाली, गिर्वा अध्यक्ष चैनसिंह सोलंकी, मावली अध्यक्ष पुष्पेन्द्रसिंह झाला, वाक्पीठ मावली अध्यक्ष राजेन्द्रसिंह सारंगदेवोत, अर्जुनसिंह झाला, पारस मेहता आदि कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।