स्वाध्याय शिविर के समापन में उमड़ी आस्था
फतहनगर. मावली तहसील के घासा गांव स्थित नवनिर्मित महावीर भवन में रविवार को स्वाध्याय शिविर के समापन पर आयोजित धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए मेवाड़ प्रवर्तक महाश्रमण मदन मुनि ने कहा कि समाज में संस्कारों का हृस हो रहा है। समाज इस समय विषम परिस्थितियों से गुजर रहा है। हमारी भावी पीढ़ी संस्कारविहीन हो रही है। धर्म के प्रति आस्था में भी कमी आई है।
उन्होंने कहा कि धर्म ही है जिसके सहारे देश और समाज जिंदा है। यह चिंता का विषय है कि हमारी भावी पीढ़ी सही दिशा में नहीं बढ़ रही है। ये हालात समाज और देश के लिए अच्छे नहीं है। हमारा दायित्व है कि बच्चों में संस्कारों का बीजारोपण हो तथा इसके लिए प्रयास करें कि अपने नगर में ज्ञानशाला प्रारम्भ हों। शिविर के आयोजन की महत्ता पर उन्होंसने कहा कि शिविर में जो ज्ञान प्राप्त किया उसका जीवन में उपयोग करें। ज्ञान पर चिंतन करें तथा मानव हित के लिए उसका प्रचार प्रसार करें। ज्ञान का सही उपयोग होने पर सबका व स्वयं का कल्याण ही होगा। उप प्रवर्तक डॉ. सुभाष मुनि ने कहा कि निर्मल बनें बिना धर्म साधना की डगर कठिन है। जीवन में आगे बढऩे के लिए चार चीजों को निहायत जरूरी बताते हुए उन्होने कहा कि पहला तो जीवन में गतिशीलता हो ताकि वह परमात्मा में सदैव प्रवाहमान रहे। दूसरा उसकी पशु से लेकर मनुष्य तक उपयोगिता हों। तीसरा निर्मलता हों ताकि वह धर्म साधना कर जीवन का कल्याण कर सकें तथा चौथा समर्पण हों जिससे कि वह मानव कल्याण के लिए अपना सब कुछ समर्पण कर सकें।
इस अवसर पर प्रदीप मुनि, नवीन मुनि, धीरज मुनि, रविन्द्र मुनि एवं लोकेश मुनि आदि का भी सानिध्य प्राप्त हुआ। इससे पहले तपस्वियों का हर्ष ध्वानि के साथ माला व शॉल से अभिनन्दन किया गया। शंकरलाल चण्डालिया ने स्वाध्याय शिविर का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए बताया कि महावीर स्वाध्याय केन्द्र कुंवारिया की ओर से आयोजित इस शिविर में 110 स्वाध्यायी लाभान्वित हुए। निलेश पोखरना ने म्हारो गुरूवर अम्बालाल कठे नामक कविता का पाठ कर धर्मसभा में मौजूद श्रावक-श्राविकाओं को भाव विह्लल कर दिया। शिविर समापन की अध्यक्षता सरपंच नरेन्द्र चण्डालिया ने की। स्वाध्यायी जनों को कम्बल व बैग वितरित किए गए। स्वागत एवं अभिनन्दन वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ घासा के अध्यक्ष माधवलाल बड़ालमिया, भगवतीलाल नाहर, पूरणमल बड़ालमिया, शंकरलाल चण्डालिया, राकेश कुमार डांगी, समरथलाल बड़ालमिया, चातुर्मास व्यवस्था समिति अध्यक्ष लक्ष्मीलाल डांगी, चन्दन बाला महिला मण्डल की अध्यक्ष संतोषदेवी डांगी तथा अन्य ने किया। कार्यक्रम में अम्बा गुरू शोध संस्थान उदयपुर के मार्गदर्शक प्रकाश पामेचा, जैन कॉन्फ्रेंस राजस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष बलवन्तसिंह हिंगड़,मंत्री सुनिल ढिलीवाल, राजमल बोहरा, गुरू सौभाग्य दीक्षा स्थली कडिय़ा के मंत्री एकलिंगलाल लोढ़ा, मेवाड़ संघ मुम्बई उपाध्यक्ष देवीलाल लोढ़ा, अम्बेश मेमोरियल संस्थान उपाध्यक्ष हीरालाल खाब्या,गुजरात जैन कॉन्फ्रेंस के प्रान्तीय महामंत्री सम्पतलाल खाब्या, महिला मण्डल की अध्यक्षा प्रमिला सूर्या, अम्बेश महिला मण्डल उदयपुर की अध्यक्ष छगनदेवी छाजेड़ समेत कई प्रमुखजन उपस्थित थे। संचालन मुकेश चण्डालिया ने किया। आभार समरथलाल ने व्यकत किया। कार्यक्रम में बड़ी तादाद में लोग आए जिससे धर्मसभा स्थल छोटा पड़ गया। महावीर भवन के पहले एवं तीसरे माले पर भी भकतों ने एलसीडी के जरिए गुरुदेव के व्याख्यान सुने।