11 दिवसीय भव्यम होगा महोत्सव
कावड़यात्रा निकलेगी गंगोदभव से
Udaipur. शहर के प्राचीन शिवालय महाकालेश्वसर मंदिर में अभिजित मुहूर्त में शिला पूजन एवं स्थाpपना की 15 वीं जयंती पर 11 दिवसीय समारोह गुरुवार से शुरू होगा। ट्रस्ट सचिव चंद्रशेखर दाधीच ने बताया कि समारोह 18 अगस्तय तक चलेगा।
कार्यक्रम संयोजक भूपेश माथुर ने बताया कि गुरुवार दोपहर 12 बजे भगवान महाकालेश्वीर की विशेष पूजा एवं महाआरती होगी। संध्याकाल में भगवान शिव को विशेष श्रृंगार धराया जाकर महापूजा होगी। इससे पूर्व शाम को विभिन्न पवित्र जल स्त्रोंतो से लाए गए पवित्र जल से भगवान साम्ब सदाशिव का सहस्त्र जल धाराओ से अभिषेक के साथ शिवाराधन किया जाएगा। इसी के साथ ग्यारह दिवसीय रूद्राभिषेक प्रारंभ होंगे।
बैठक में संरक्षक मंडल के बी.एल. पालीवाल ने कार्यकारिणी अध्यक्ष तेज सिंह सरूपरिया के सानिध्य में आयोजित होने वाली महाप्रसादी में मंदिर निर्माण सहयोग मंडल से जुड़े समस्त शिव भक्तों 8 अगस्त को शामिल होने का आव्हान किया। श्री सार्वजनिक प्रन्यास मंदिर महाकालेश्वंर की प्रबंध कार्यकारिणी के निर्णयानुसार जीर्णोंद्धार में मासिक आर्थिक सहयोग देने वाले सदस्यों को शिव महाप्रसादी में सपरिवार निमंत्रित किया गया है।
इससे पूर्व आयड़ विकास समिति द्वारा गंगोद्भव, आयड़ से सुबह 8.30 बजे कावड़ यात्रा प्रारंभ होगी जो शहर के प्रमुख मार्गों आयड़, दुर्गा नर्सरी चौराहा से कुम्हारों का भट्टा, सूरजपोल, अस्थल मंदिर, मुखर्जी चौक, बडा़ बाजार, घटाघर, जगदीश चौक, चांदपोल, अम्बापोल होते हुए महाकाल मंदिर प्रांगण, अम्बामाता में जलाभिषेक के बाद विसर्जित होगी। समिति के संरक्षक के. के. शर्मा ने बताया कि कावड़यात्रा की संपूर्ण तैयार पूर्ण की जा चुकी है। आयड़ से पहली बार कावड़ यात्रा महाकाल मंदिर में जलाभिषेक के लिये जा रही है। क्षेत्रवासियों में काफी उत्साह है। कावड़यात्रा में उदयपुर शहर के करीब 10 गरबा मण्डल के पदाधिकारी भाग ले रहे हैं।