udaipur. महाकाली शक्तिपीठ के तत्वावधान में नांदेश्वर जी में कालसर्प योग के निवारण के लिए महायज्ञ का आयोजन कर पूर्णाहूति देकर बनाए गए कृत्रिम नागों को नांदेश्वर नदी में विसर्जित किया गया।
महाकाली शक्तिपीठ के अध्यक्ष महेंद्र पाठक ने बताया कि पीठ के सभी सदस्य रविवार प्रात: नांदेश्वरजी पहुंचे जहां पर दस विधि से हवन में बैठने वाले 51 जोड़ों का स्नान कराया गया, उसके बाद विधिवत गणपति स्थापना कर पूजा-अर्चना की गई। इस दौरान महिलाओं ने गणपति के मंगल गीत भी गाए, तत्पश्चात नाग देवता की पूजा हुई और भगवान शिव का रूद्राभिषेक कराया गया। दोपहर को शुभ मुहूर्त में पंडित नरेश श्रीमाली के नेतृत्व में 11 पंडितों ने महायज्ञ का आयोजन विधि-विधानपूर्वक शुरू हुआ, जिसमें बारी-बारी से 51 जोड़े यज्ञ में बैठे और उन्होंने कालसर्प और पितृ दोष निवारण के लिए विधि अनुसार पूर्णाहूतियां दी। पूर्णाहूतियां समाप्त होने पर सोने-चांदी, तांबे, शीशे के बनाए गए कृत्रिम नागों को नांदेश्वर नदी में विधि-विधानपूर्वक विसर्जन किया गया। इस महाआयोजन में कई कुंवारी कन्याओं ने भी पूजा में शिरकत की। इसके पश्चात शाम को परसादी का आयोजन हुआ।