बालिकाओं के लिए ‘हमारी बालिकाएं : हमारा गर्व’ अभियान
भारत को बाल कुपोषण से मुक्त कराना है : अग्रवाल
Udaipur. वेदांता समूह और एनडीटीवी ने बालिकाओं को बढ़ावा देने के लिए देश भर में ‘‘हमारी बालिकाएं: हमारा गर्व’’ नामक अभियान की शुरूआत की है। देष में पहले से ही वंचित बच्चों की देखभाल एवं उनके स्वास्थ्य, सुपोषण और शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए चल रहे वेदांता ‘खुशी’ जागरूकता अभियान के तहत इसकी शुरुआत की गई है।
‘‘हमारी बालिकाएं: हमारा गर्व’’अभियान की ब्रांड एम्बेसेडर बॉलीवुड अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा को मनोनीत किया गया है। अभियान की शुरुआत नई दिल्ली में 19 अगस्त को हुई जिसमें प्रियंका चोपड़ा ने सुपोषण, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं कन्या भ्रूण हत्या मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। अभियान का उद्देश्य लड़का व लड़कियों में भेद के प्रति लोगों को शिक्षित करना एवं नीतियों में बदलाव लाना भी शामिल है।
दुनिया के सभी देशों में भारत में सबसे अधिक बच्चे हैं लेकिन दुःख की बात है इनमें से तकरीबन 50 प्रतिशत बच्चे कुपोषण से पीड़ित हैं। इसमें भी लड़कियों की संख्या अधिक है। गत 30 वर्षों से प्रति हजार पुरुषों पर महिलाओं का अनुपात निरंतर कम हो रहा है। इस तरह न केवल बच्चियों को बचाने की बल्कि उन्हें शिक्षित, पोषित, स्वास्थ्य तथा सर्वांगीण विकास की आवश्यकता है। इस अभियान के तीनों आयोजक अपने क्षेत्र में एक मिसाल हैं। यूनिसेफ के भारत में सदभावना अभियान की राजदूत प्रियंका चौपड़ा को इस अभियान का ब्रांड एम्बेसडर नियुक्त किया गया है। प्रियंका को कई वर्षों से बालिकाओं से संबंधित क्षेत्रों में सक्रिय रूप से कार्य करने के कारण अभियान में शामिल किया गया है्।
भारत को कुपोषण मुक्त बच्चों का राष्ट्र बनाने के लिए वेदांता ‘खुशी’ एक मिशन के साथ व्यापक स्तर पर भारत में कार्य कर रहा है। वर्ष 2008 के बाद से वेदांता ने राज्य सरकार के साथ मिलकर 14 हजार से अधिक आंगनवाड़ियां गोद ली है जिससे 5 लाख से अधिक वंचित बच्चों को लाभ मिल रहा है। कंपनी ने सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 250,000 से अधिक ग्रामीण छात्रों को गरमा-गर्म पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के लिए हाई-टेक मिड-डे-मील रसोइयों का निर्माण किया गया है। वेदांता ने शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने और आधारभूत ढांचे को मजबूत बनाने की दिशा में कई सरकारी ग्रामीण स्कूलों को गोद भी लिया है।
एनडीटीवी ऐसे जागरूकता के विभिन्न मुद्दों पर देश में अग्रणी रहा है। सेव ऑवर टाइगर्स, एवं सपोर्ट माई स्कूल जैसे अभियान में एनडीटीवी ने उल्लेखनीय भूमिका निभाई।
‘‘हमारी बालिकाएं: हमारा गर्व’’ वेदांता समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल, ब्रांड एम्बेसडर प्रियंका चौपड़ा, एनडीटीवी के सह-चेयरपरसन डॉ. प्रणय रॉय, केन्द्रीय आवासन एवं शहरी उन्मूलन मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास, जनसंख्या प्रथम के कार्यक्रम निदेशक डॉ. ए. एल. शारदा, बाल अधिकार संरक्षण समिति की अध्यक्षा सुश्री दीपक कालरा की उपस्थिति में लांच किया गया। भारत सरकार के केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री कृष्णा तीरथ ने लाइव लिंक के जरिये कहा कि हमें हमारे समाज में महिलाओं का सम्मान करना चाहिए। क्योकि सोसायटी को आगे ले जाने में महिला एवं पुरुष दोनों बराबर के जिम्मेदार हैं। संविधान में भी हमारे समान अधिकार दिए गए हैं।
अभियान की एम्बेसडर के रूप में प्रियंका चौपड़ा ने कहा कि भारत में बालिकाओं का उत्थान एक सराहनीय कार्य है जो कि मेरे दिल के काफी करीब रहा है। यूनिसेफ के सदभावना राजदूत के रूप में और मेरे फाउंडेशन के अनुभवों से मैंने सीखा है कि प्रतिदिन कुछ सकारात्माक प्रगति आई है। मुझे एनडीटीवी एवं वेदांता के इस ‘‘हमारी बालिकाएं: हमारा गर्व’’ अभियान’ के साथ जुड़कर गर्व महसूस हो रहा है।
इस अवसर पर वेदांता समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा कि वेदांता समूह भारत के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। स्वास्थ्य, पोषण और शिक्षा से वंचित बच्चों के लिए हमारी विचारधारा एक साथ मिलकर काम करने की है। व्यक्ति, नागरिक, समाज, कार्पोरेट जगत एवं मीडिया को आगे आना चाहिए। एनडीटीवी व प्रियंका चौपड़ा को अभियान से जोड़ कर हम बेहद खुश हैं। एनडीटीवी के अध्यक्ष डॉ. प्रणय रॉय ने कहा कि हम अपने देश में बालिकाओं में निवेश कर उनके अधिकारों को सुरक्षित कर एवं समाज में उनकी समानता के अधिकार मांग कर बदलाव ला सकते हैं। यह निष्चिय करना है कि प्रत्येक लड़की अपनी पूरी क्षमता के साथ काम करे तो देश में एक क्रांति ला सकती है। यह अभियान उस दिशा में जागरूकता बढ़ाने और बालिकाओं के लिए एक बेहतर भारत की ओर ठोस कदम तलाश करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।