यूसीसीआई में ”निर्यात व्यापार कार्यशाला“ का आयोजन
Udaipur. उदयपुर चैम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इन्डस्ट्री द्वारा चैम्बर भवन के पी. पी. सिंघल सभागार में ”आयात एवं निर्यात के लिये अवसर तलाशना“ विषयक आयोजित कार्यशाला में मुम्बई के विख्यात आयात-निर्यात सलाहकार अजित शाह ने ‘सही समय पर डिलीवरी’ को निर्यात व्यापार में सफलता का एकमात्र मूल मंत्र बताते हुए प्रतिभागियों से अर्न्तराष्ट्री य खरीदार पर अपनी व्यापारिक साख कायम किये जाने का सुझाव दिया।
उन्होंतने निर्यात को तकनीकी बिक्री बताते हुए श्री षाह ने कहा कि भारतीय निर्यातक समय पर डिलीवरी न दे पाने तथा अधिक परिवहन लागत के चलते अंतरराष्ट्रीएय बाजार में ऑर्डर प्राप्त करने में मात खा जाते हैं। विदेशी खरीददार से ऑर्डर प्राप्त करने के लिये शाह ने प्रतिभागियों को सुझाव दिया कि आपका ऑफर दुसरे खरीददारों की तुलना में बेहतर होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा जारी की गई निर्यात प्रोत्साहन योजनाओं एवं निर्यात अनुदानों का लाभ उठाने के साथ साथ समय की पाबन्दी को अमल में लाया जाना जरूरी है तथा निर्यात सम्बन्धी कानून की जानकारी अवश्यन होनी चाहिये।
मुख्य अतिथि उप-निदेशक डीजीएफटी जे. एम. विश्नोशई ने निर्यातकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि निर्यात देष की पहली प्राथमिकता है। सरकार की वर्तमान निर्यात नीति की विषेशताओं के बारे में स्थानीय निर्यातकों को जानकारी देते हुए श्री जे.एम. बिष्नोई ने बताया कि जब देष के निर्यात में कमी को देखते हुये सरकार द्वारा निर्यात को प्रोत्साहन देने के लिए ‘‘निर्यात बन्धु योजना’’ लागू की गई। निर्यात बन्धु योजना के तहत निर्यात सम्बन्धी किसी भी समस्या का निराकरण डीजीएफटी द्वारा किया जाता है। सरकार की नई निर्यात नीति के विशय में जानकारी देते हुए श्री जे.एम. बिष्नोई ने बताया कि इस में सरकार द्वारा परम्परागत बाजार के स्थान पर विदेषों में नये बाजार सृजित किये जाने पर विषेश ध्यान दिया गया है।
विशिष्टय अतिथि एक्सपोर्ट क्रेडिट गारन्टी कॉर्पोरेशन, जोधपुर एवं उदयपुर के प्रबन्धक स्मित सौरव ने ईसीजीसी की गतिविधियों एवं निगम द्वारा निर्यातकों को विदेषी खरीददार से भुगतान प्राप्त नहीं होने की स्थिति में उक्त राषि का पुनर्भरण भारत सरकार द्वारा ईसीजीसी के माध्यम से किये जाने की योजनाओं की जानकारी दी। खुली परिचर्चा के दौरान संगोष्ठीग में निर्यातकों के प्रश्नोंक एवं शंकाओं का समाधान सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों ने किया।
संचालन चैम्बर के मानद महासचिव आशीष छाबडा़ ने किया। पूर्वाध्यक्ष वीरेन्द्र सिरोया, विनोद कुमट, उपाध्यक्ष हंसराज चौधरी, मानद महासचिव प्रशांत जैन ने आमंत्रित अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया एवं स्मृतिचिन्ह भेंट किया। अध्यक्ष महेन्द्र टाया ने भाषण में विदेश व्यापार विभाग एवं एक्सपोर्ट क्रेडिट गारन्टी कॉरपोरेशन के अधिकारियों से निर्यातकों की समस्याओं के निराकरण हेतु समन्वित प्रयास करने का आग्रह किया। मानद महासचिव आशीष छाबड़ा ने सम्बोधन में संभाग से निर्यात को प्रोत्साहन प्रदान करने के लिये स्थानीय निर्यातकों में जागरूकता उत्पन्न करने तथा घरेलु बाजार के साथ-साथ अंतरराष्ट्री य बाजार में खरीददार तलाशने का सुझाव दिया। जेडडीएच/सीक्वा प्रोजेक्ट सब कमेटी के चेयरमेन विनोद कुमट ने अतिथियों का परिचय दिया। उद्घाटन सत्र के अन्त में यूसीसीआई की विदेश व्यापार सब कमेटी के चेयरमेन पवन तलेसरा ने सभी का आभार व्यक्त किया।