यूआईटी द्वारा एनजीओ को जमीन आवंटन का मामला ग्रामीणों ने कहा, श्मशान है गांव का
Udaipur. नगर विकास प्रन्यास द्वारा एनजीओ को आवंटित जमीन को लेकर आज ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने खम ठोक दिया। न सिर्फ मौके पर चल रहा काम रुकवाकर प्रदर्शन किया बल्कि एनजीओ को आवंटित जमीन रद्द करने की मांग करते हुए उक्तो जमीन की राशि पंचायत से दिलवाने की बात भी कही। आश्चर्य की बात यह कि इतना बवाल होने के बावजूद कोई जिम्मेदार अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा।
मामला एक एनजीओ को छोटा हवाला क्षेत्र में जमीन आवंटन का है। ग्रामीणों ने बताया कि जो जमीन आवंटित की गई है, उस पर यहां के ग्रामीण श्मशान के रूप में उपयोग में लेते हैं। यहां दाह संस्कार होता है। मृत मवेशियों को भी लोग यहीं डालते हैं। पेराफेरी के तहत इसे बिलानाम बताया गया था। वे यहां सामुदायिक भवन, डिसपेंसरी, खेल मैदान आदि बनवाने के लिए वर्षों से संघर्ष कर रहे हैं। कई बार ज्ञापन दिए गए लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि यहां के आसपास की काफी जमीन यूआईटी ने औने-पौने दामों में आवंटित कर दी है। इसके बावजूद यहां किसी ने काम शुरू नहीं किया है जबकि आवंटन के दो वर्षों में काम शुरू करना होता है।