सडक़ों पर संभल कर चलने की नसीहत
Udaipur/fatahnagar. सड़कें कहीं की भी हों, चाहे शहर की या गांव-कस्बे की.. सभी को देखकर लगता है कि हम एक हैं। उदियापोल क्षेत्र में सड़कें देख लें या फतहनगर में.. सड़कों पर दुपहिया वाहनों का चलाना यानी कलाबाजी दिखाना है।
शहर में आने वाले यात्रियों को बस स्टैदण्डस से बाहर निकलते ही ऐसी सड़कों के नजारे दिखते हैं कि वह शहर के अंदर का अंदाजा लगा लेता है। ठीक उसी प्रकार फतहनगर में बाहर से आने वाले यात्री सडक़ों को देख कर नगर के हालातों का सहज ही अंदाजा लगा सकते हैं। हाइवे से नगर में प्रवेश करते ही लोग सडक़ पर पड़े बड़े-बड़े गढ्ढों से रूबरू होते हैं। जलदाय विभाग के सामने वर्षों से सडक़ खराब है। डामरीकरण भी होता है लेकिन स्थायी समाधान आज दिन तक नहीं हुआ है। इसके बाद शिवम् एजेन्सीज के सामने भी स्थिति काफी समय से खराब है। विनायक पैलेस एवं अम्बेश पावनधाम के सामने की सडक़ काफी बदहाल है। पावनधाम के कोषाध्यक्ष थावरचंद बापना ने इस मामले में मुख्यमंत्री तक को पत्र लिखा है। रोड़वेज बस स्टेण्ड से ईंटाली चौराहा तक सडक़ इतनी खराब है कि दुपहिया वाहनधारी कई बार गिर कर चोटिल हो चुके हैं। प्रताप चौराहा पर भी आलम कमोबेश ऐसे ही हैं। जब कभी बारिश होती है यहां सर्वत्र कीचड़ पसर जाता है। लोगों का यहां से निकलना मुश्किल हो जाता है। सनवाड़ रोड़ पर भी जगह-जगह गढ्ढों ने वाहनधारियों को परेशान कर रखा है। लोग पालिका से इन सडक़ों के हालात सुधारने की आशा रखते हैं। गढ्ढों को लेकर अधिशासी अधिकारी गोविन्दलाल माली ने कहा कि बारिश का दौर समाप्त होने के बाद सडक़ों का काम करवा दिया जाएगा। फिलहाल गिट्टी डाल कर अस्थायी समाधान का प्रयास किया है।